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मुंबई। भारतीय इस्पात प्राधिकरण लिमिटेड की 99.12 प्रतिशत भागीदारी वाली सहायक कंपनी महाराष्ट्र इलेक्ट्रोस्मेल्ट लिमिटेड का सेल के साथ विलय कर दिया गया है। एमईएल के सेल के विलय की प्रक्रिया अप्रैल 2006 में शुरू की गई थी जो 14 जून 2011 को कॉर्पोरेट कार्य मंत्रालय के अंतिम आदेश की प्राप्ति के साथ ही पूरी हो गई। एमईएल के सेल के साथ विलय का अंतिम आदेश दिल्ली और मुंबई में कंपनी पंजीयक के पास दाखिल किया गया है। यह निर्णय लिया गया है कि एमईएल के सभी शेयर धारकों को 1.7:1 के अनुपात में सेल के शेयर आवंटित किए जाएंगे।
एमईएल महाराष्ट्र के चंद्रपुर में स्थित है और यह सेल के लिए रणनीतिक तौर पर एक महत्वपूर्ण इकाई है, क्योंकि यह मैंगनीज आधारित लौह यौगिकों की जरूरतों को पूरा करती है, जो लोहा और इस्पात बनाने में एक प्रमुख सामग्री है। फिलहाल एमईएल के पास एसएएफ रूट के माध्यम से लगभग एक लाख टन मैंगनीज आधारित फेरस यौगिक के उत्पादन की क्षमता है। एमईएल के सेल के साथ विलय से एमईएल के विकास और सेल की लौह-यौगिक संबंधी जरूरतों के संदर्भ में तालमेल कायम होने की उम्मीद है। सेल ने एमईएल के विस्तार के लिए योजनाएं तैयार की हैं। सेल के अध्यक्ष सीएस वर्मा ने कहा है कि सेल के इस्पात संयंत्रों के लिए लौह-यौगिक की जरूरतों को पूरा करने के लिए एमईएल का विस्तार किया जाएगा।