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तेजपुर-असम। केंद्रीय सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्रीकांत जेना ने राज्य सरकारों से ज़ोर देकर कहा है कि राज्य सांख्यिकी योजनाओं को जल्दी ही अंतिम रूप दिया जाए, ताकि 650 करोड़ रूपए की लागत वाली भारत सांख्यिकी सशक्तिकरण परियोजना का त्वरित रूप से कार्यान्वयन किया जा सके। श्रीकांत जेना असम के तेजपुर में भारतीय सांख्यिकी संस्थान के नए केंद्र के उद्घाटन समारोह में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि केंद्रीय स्तर पर प्रभावी और उच्च स्तरीय सांख्यिकी के लिए जरूरी है कि हर राज्य में मजबूत सांख्यिकी ढांचा विकसित किया जाए, क्योंकि राज्यों के सांख्यिकी आंकड़े केंद्र और राज्य दोनों स्तरों पर समस्त सांख्यिकीय विश्लेषण और योजनाबंदी के लिए आधार उपलब्ध कराते हैं।
उन्होंने कहा कि अब जबकि सूचना प्रौद्योगिकी हमारे जीवन में अंदर तक प्रवेश कर चुकी है, इस बात की आवश्यकता है कि आंकड़े एकत्र करने, आंकड़ा प्रबंधन और उनके प्रकाशन और प्रसार के कार्यों में ज्यादा से ज्यादा सूचना प्रौद्योगिकी माध्यमों का इस्तेमाल किया जाए। इसके लिए केंद्रीय सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय औद्योगिक और मूल्यों के एकत्रीकरण के लिए पहले ही काम शुरू कर चुका है। इसी तरह उपयोगकर्ताओं-अनुकूल तरीकों से आंकड़ों के प्रसार और प्रकाशन के लिए एक व्यापक ई-व्यवस्था विकसित की जा रही है और संभावना है कि अब जल्द ही ई-प्रकाशन प्रणाली एक आम व्यवस्था का रूप धारण कर लेगी। केंद्र के उद्घाटन समारोह को असम के मुख्यमंत्री तरूण गोगोई और केंद्रीय वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी ने भी संबोधित किया।