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नई दिल्ली। सूक्ष्म, छोटे और मध्यम उद्योग मंत्रालय के अधीन राष्ट्रीय उद्यमिता संस्थान एवं लघु व्यवसाय विकास संस्थान, पश्चिमी बंगाल, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान, उड़ीसा, बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़, पंजाब, जम्मू-कश्मीर, गुजरात और केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ में 35 हज़ार युवाओं के लिए 31 दिसंबर 2011 तक उद्यमिता और कौशल-विकास शीर्षक से एक व्यापक कार्यक्रम शुरू कर रहा है। रोजगार के ज्यादा-से-ज्यादा अवसरों को सुनिश्चित करने के उद्देश्य से बाजार की जरूरतों के आधार पर कौशल की पहचान कर ली गई है। संस्थान को आशा है कि इस कार्यक्रम के कम-से-कम 25 प्रतिशत युवाओं को जारी वित्तीय वर्ष के दौरान रोजगार उपलब्ध हो जाएगा। जिन मुख्य कुशलताओं की पहचान की जा चुकी है उनमें, परिवार अर्थात गृहव्यवस्था, आतिथ्य अर्थात मेजबानी, फुटकर प्रबंधन, सूचना प्रौद्योगिकी और आईटीईएस, हल्की इंजीनियरी फैशन डिजाइनिंग, कृत्रिम जवाहारात और गहने, अगराग विज्ञान और सौंदर्य शामिल है। इस कार्यक्रम में भाग लेने वाले लोगों को न केवल अपना रोजगार शुरू करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा बल्कि उन्हें राजीव गांधी उद्यमी मित्र योजना/आरजीयूएमवाई के अंतर्गत सहायता भी उपलब्ध कराई जाएगी।