स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
नई दिल्ली। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के अध्यक्ष प्रोफेसर वेद प्रकाश और ब्रिटिश कौंसिल के निदेशक रॉब लाइनेस ने 16 अगस्त को एक सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए। इसके अंतर्गत चार स्तरों से संबंधित विश्वविद्यालय क्षेत्र के ब्रिटेन-भारत शिक्षा और शोध पहल के दूसरे चरण में सहमत सभी गतिविधियों और कार्यक्रमों का अनुमोदन किया गया है। सहमति पत्र पर हस्ताक्षर केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री कपिल सिब्बल और भारत में ब्रिटेन के उच्चायुक्त सर रिचर्ड स्टैग की मौजूदगी में किए गए।
सहमति पत्र का उद्देश्य भारत में उच्च शिक्षण संस्थाओं के स्ट्रैंड कार्यक्रमों और गतिविधियों को मूर्त रूप देने के लिए विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के साथ काम करना है। यह सहमति पत्र उस सहमति पत्र की अगली कड़ी है, जिस पर भारत सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्रालय और ब्रिटेन सरकार और उत्तरी आयरलैंड सहित इसके विस्तारित प्रशासनों की ओर से कारोबार नवीनीकरण एवं कौशल विभाग ने हस्ताक्षर किए थे। इसमें 2011 से 2016 तक के लिए यूकीएरी के कार्यक्रमों की रूप रेखा है।
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग और ब्रिटिश कौंसिल के बीच हुआ यह सहमति पत्र संपूर्ण सहयोग और निम्न प्रकार की गतिविधियों के लिए दिशा-निर्देशक दस्तावेज होगा। भारत और ब्रिटेन के उच्च शिक्षण संस्थानों के बीच सहयोग के जरिए दोनों देशों के प्रमुख भागीदारों और पणधारियों के साथ इस उद्देश्य के साथ काम करना किविश्वविद्यालयों, कॉलेजों और अन्य शिक्षण संस्थाओं के शिक्षकों, निकाय सदस्यों, वरिष्ठ कर्मचारियों और छात्रों को क्षमता निर्माण के अवसर मिलें। ऐसे कार्यक्रम चलाना, जिनसे परस्पर सहमति के क्षेत्रों में विशिष्ट विषयों में भागीदारी के लिए सहयोग करने के वास्ते दोनों देशों के विश्वविद्यालयों को अवसर प्राप्त हों। ऐसी गतिविधियां और स्ट्रैंड कार्यक्रम, जिनका उद्देश्य दोनों देशों में छात्रों के आने-जाने को सुविधाजनक बनाना हो। ऐसी गतिविधियां और कार्यक्रम, जिनसे एक-दूसरे के देशों में शिक्षा और उपलब्धियों को मान्यता देने के जरिए एक-दूसरे के यहां की डिग्रियों को समकक्ष मानने की दिशा में कार्य हो। ऐसी गतिविधियां और स्ट्रैंड कार्यक्रम, जो संयुक्त रूप से अनुमोदित छात्रवृत्तियों और फेलोशिप के अनुरूप हों। सहमति पत्र पर हस्ताक्षर के बाद कपिल सिब्बल ने कहा कि यूकीएरी का पहला चरण बहुत सफल रहा और उन्हें उम्मीद है कि दूसरे चरण में उससे भी अधिक सफलता मिलेगी।