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नई दिल्ली। असंगठित कामगारों के लिए राष्ट्रीय स्तर की सामाजिक सुरक्षा निधि स्थापित की गई है। यह निधि बुनकरों, ताड़ी बनाने वालों, रिक्शा चालकों, बीड़ी मजदूरों आदि की सहायता में काम आयेगी। वर्ष 2010-11 के बजट में राष्ट्रीय सामाजिक सुरक्षा निधि में 1,000 करोड़ रुपए की आरक्षित निधि रखी गई थी, इसके अलावा वर्ष 2011-12 के बजट अनुमानों में 500 करोड़ रुपए इस निधि में अंतरित करने के लिए रखे गए हैं। इस योजना के अंतर्गत शामिल किए जाने वाले कामगारों की संख्या शामिल किए जाने वाले समूहों और प्रचार की जाने वाली सामाजिक सुरक्षा योजनाओं की रूपरेखा पर निर्भर होगी।
केंद्रीय श्रम और रोजगार मंत्री मल्लिकार्जुन खरगे ने बताया कि वित्त मंत्रालय राष्ट्रीय सामाजिक सुरक्षा निधि का अभिरक्षक होगा और श्रम और रोजगार मंत्रालय इस योजना के संचालन के लिए नोडल मंत्रालय होगा। उन्होंने कहा कि सरकार ने असंगठित कामगारों के लिए राष्ट्रीय स्तर की सामाजिक सुरक्षा निधि की स्थापना को मंजूरी दे दी है। प्रस्तावित योजना में मिलने वाले लाभों की मुख्य- मुख्य बातें हैं- प्रस्तावित निधि का मूल्य, असंगठित कामगारों के घटकों के नाम और इस निधि के अंतर्गत दी जाने वाली सामाजिक सुरक्षा, इस योजना के अंतर्गत लाभान्वित होने वाले कामगारों की संख्या, इस निधि का अभिरक्षक कौन होगा, इस निधि के संचालन के लिए किसी बोर्ड या समिति का गठन किया गया है, और प्रस्तावित निधि की स्थापना कब तक हो जाएगी।