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नई दिल्ली।कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री रामनरेश यादव को मध्य प्रदेश का राज्यपाल बनाया जा रहा है। आजमगढ़ के आंधीपुर (अंबारी) गांव में एक साधारण किसान परिवार से आए रामनरेश यादव आज राजनीति में उन लोगों के लिए आदर्श माने जाते हैं जिनके लिए आज सिविल सोसाइटी लड़ रही है और जो जोड़-तोड़ की राजनीति न करने के कारण राजनीति की मुख्यधारा से अलग-थलग पड़ गए हैं। एक शिक्षक और एक अधिवक्ता के रूप में सामाजिक रूप से प्रगति करते हुए आगे चलकर एक ईमानदार और मूल्यों की राजनीति करने वाले आम आदमी के मददगार और एक दिग्गज राजनीतिज्ञ कहलाए। सही मायनों में उनके प्रभावशाली व्यक्तित्व का कोई मुकाबला नही है।
समाजवादी आंदोलन और भारतीय राजनीति में रामनरेश यादव का हमेशा विशिष्ट स्थान रहा है। उन्होंने दलितों, पिछड़ों, अल्पसंख्यकों और गरीबों के दुख-दर्द को बहुत करीब और गहराई से समझा है, डॉ लोहिया की विचारधारा से प्रेरित होने के नाते उनमें किसी के लिए तनिक भी भेदभाव नहीं दिखाई देता है। काशी हिंदू विश्वविद्यालय वाराणसी से निकले रामनरेश यादव प्रसिद्ध समाजवादी चिंतक एवं विचारक आचार्य नरेंद्र देव के प्रभाव में रहे हैं। पंडित मदनमोहन मालवीय और भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन के भारतीय दर्शन से उनका सामाजिक जीवन काफी प्रभावित है। उत्तर प्रदेश की राजनीति में दिग्गजों के बीच एक दिग्गज राजनीतिज्ञ का खिताब आज भी उनके पास है, बस फर्क इतना है कि आज के कई बड़े कहलाए जा रहे राजनेता माफियाओं, गुंडों और बदमाशों के नेता, सरगना कहे जाते हैं और रामनरेश यादव एक आम आदमी के और मूल्यों आधारित राजनीति के साथ चलने वाले नेता माने जाते हैं।
भीड़ एवं सुरक्षा कर्मियों के घेरे में चौबीस घंटे रहने की महत्वकांक्षा उन पर कभी भी भारी नहीं पड़ सकी, जो लोग रामनरेश यादव के सामाजिक और राजनीतिक जीवन से परिचित हैं वे इन लाइनों से जरूर सहमत होंगे। उद्योगपतियों की तरह अरबपति या खरबपति राजनेता बनने की होड़ में शामिल राजनेताओं से यदि रामनरेश यादव की तुलना की जाए तो सभी जानते हैं कि उन्होंने अकूत दौलत को छोड़कर नैतिक मूल्यों को अपनी पूंजी बनाया है वे अन्य नेताओं की तरह धनसंपदा के पीछे नही भागे, यही कारण है कि अपने राजनीतिक जीवन में वे कई बार उपेक्षा के शिकार भी हुए हैं।
मध्य प्रदेश का राज्यपाल बनाए जाने की ख़बर से उनको बधाई देने वालों की होड़ लगी है। उप्र कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष रीता बहुगुणा जोशी, राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष और सांसद पीएल पुनिया ने उनके राज्यपाल मनोनीत किए जाने पर हार्दिक प्रसन्नता व्यक्त की है। इसके लिए उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह एवं कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी का आभार व्यक्त किया है और रामनरेश यादव से आशा व्यक्त की है कि वे राज्यपाल जैसे संवैधानिक पद का कुशलतापूर्वक निर्वहन करते हुए अपनी स्वच्छ एवं ईमानदार छवि की छाप छोड़ेंगे। रामनरेश यादव को मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के कोषाध्यक्ष मोती लाल वोरा, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, भूतपूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती, दिग्विजय सिंह, केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश सहित अनेक राजनेताओं ने बधाई दी है।