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बोत्सवाना। भारत के केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग राज्य मंत्री ज्योतिरादित्य माधवराव सिंधिया ने भारत और बोत्सवाना के बीच व्यापार संबंधों में विविधता लाने की ज़रूरत पर ज़ोर दिया है। सिंधिया एक व्यापारिक प्रतिनिधिमंडल के साथ बोत्सवाना के दौरे पर हैं।
बोत्सवाना गणराज्य के उपराष्ट्रपति लेफ्टिनेंट जनरल मोम्पति एस मेराफे के साथ द्विपक्षीय बैठक में उन्होंने कहा कि 64 मिलियन अमरीकी डॉलर के मौजूदा द्विपक्षीय व्यापार को गहरा और उसमें विविधता लाने की ज़रूरत है। सिंधिया ने बोत्सवाना को रेल नेटवर्क और अन्य परिवहन संभार-तंत्र को मज़बूत करने के लिए तकनीकी सहायता उपलब्ध कराने की पेशकश की। राइट्स, इरकॉन जैसी भारतीय कंपनियों ने पहले भी बोत्सवाना को तकनीकी सेवाएं प्रदान की हैं। अपनी यात्रा के दोरान सिंधिया ने संसदीय मामलों और सार्वजनिक प्रशासन के मंत्री मोकग्वीटसी इ मेसिसि के साथ भी द्विपक्षीय बैठकें की। मेसिसि ने सूचना प्रौद्योगिकी और संचार, विशेषकर ई-सेवाओं में भारत से उसका सहयोग मांगा।
व्यापार और उद्योग सहायक मंत्री विंसेंट सेरेटिस के साथ बैठक में सिंधिया ने कहा कि भारत, बोत्सवाना के साथ अपने विशेष संबंधों को दीर्घाकालिक भागीदारी में बदलने के लिए प्रतिबद्ध है। भारत के निजी क्षेत्रों के उद्यमियों ने अफ्रीका में दूरसंचार, ऑटोमोबाइल, सूचना प्रौद्योगिकी और कृषि में 33 बिलियन अमरीकी डॉलर से अधिक का निवेश किया है, हालांकि भारत और बोत्सवाना के बीच मौजूदा व्यापार और निवेश के स्तर को नई ऊचांइयों पर ले जाने की गुंजाइश है। दोनों देशों के बीच कृषि, मध्यम और लघु उद्योग, आईटी, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा, सहयोग के संभावित क्षेत्र हैं। सिंधिया और सेरेटिस ने एक व्यापार सम्मेलन, 'भारत-बोत्सवाना: व्यापार और निवेश में अवसर' को संयुक्त रूप से संबोधित किया।