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नई दिल्ली। मुख्य चुनाव आयुक्त डॉ एसवाई कुरैशी ने कहा कि मीडिया न केवल नागरिकों के कल्याण का पहरेदार है, बल्कि यह उन्हें शिक्षित करने, देश और विश्व में हो रही घटनाओं के बारे में जागरूक बनाने और जानकार तथा बेहतर नागरिक बनाने में प्रोत्साहित करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। बुधवार को भारतीय जनसंचार संस्थान के 44वें दीक्षांत समारोह के अवसर पर उन्होंने कहा कि हमारे देश में प्रजातंत्र के तीन स्तंभों-कार्यपालिका, विधायिका एवं न्यायपालिका को, चौथी संपदा मीडिया ने बहुत सशक्त रूप से पूरक बनाया है। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग और मीडिया को प्रजातंत्र के स्वस्थ, पारदर्शी, ईमानदार एवं मजबूत प्रासाद को खड़ा करने में लगातार मिलकर कार्य करना चाहिए।
सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के सचिव एवं आईआईएमसी के अध्यक्ष रघु मेनन ने कहा कि जनसंचार संस्थान के दो नए क्षेत्रीय केंद्रों ने आईजॉल (मिजोरम) एवं अमरावती (महाराष्ट्र) में इस शैक्षिक वर्ष से कार्य शुरू कर दिया है तथा उनका मंत्रालय जम्मू एवं कश्मीर और केरल की राज्य सरकारों से इन राज्यों में भी क्षेत्रीय केंद्र खोलने के बारे में विचार-विमर्श कर रहा है, उनका मंत्रालय आईआईएमसी को उन्नत करने की दिशा में कार्य कर रहा है, ताकि यह डिग्री प्रदान कर सके। उन्होंने बताया कि हमारी अर्थव्यवस्था में भारतीय मीडिया एवं मनोरंजन उद्योग तेजी से बढ़ते हुए क्षेत्र हैं।
मेनन का कहना था कि यह सत्य है कि वैश्विक मंदी के कारण 2008 एवं 2009 में इस क्षेत्र में गिरावट आई थी, लेकिन अब एक बार फिर इनमें वृद्धि होनी शुरू हो गई है। आने वाले वर्षों में भारतीय मीडिया एवं मनोरंजन उद्योग में 12.4 प्रतिशत की संचयी वृद्धि दर से 2014 में यह उद्योग 1040 बिलियम रुपए पर पहुंच जायेगा। आईआईएमसी के महानिदेशक सुनीत टंडन ने जनसंचार संस्थान की रिपोर्ट प्रस्तुत की। दीक्षांत समारोह में 318 छात्रों को पत्रकारिता, विज्ञापन एवं जन-संपर्क में स्नातकोत्तर डिप्लोमा प्रदान किया गया।