स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
लखनऊ। कायस्थ विकास परिषद ने संवैधानिक एवं लोकतांत्रिक संस्थाओं में अपने गिरते प्रतिनिधित्व पर गहरी चिंता व्यक्त की है। कायस्थ परिषद की एक महत्वपूर्ण बैठक परिषद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष संजीव अस्थाना के आवास पर हुई, जिसमें कहा गया कि संसद और राज्य विधानसभाओं में कायस्थों का प्रतिनिधित्व घटकर 0.90 प्रतिशत और 0.75 प्रतिशत शून्य से बस थोड़ा ही ज्यादा रह गया है, जोकि समाज के लिए बहुत चिंता का विषय है, विभिन्न वक्ताओं ने भी वर्तमान समय में कायस्थ समाज के सबसे खराब राजनैतिक स्तर पर चिंता व्यक्त की। इसी उद्देश्य से कायस्थ विकास परिषद ने छह नवंबर को बाल संग्रहालय चारबाग में विशाल राजनैतिक चेतना रैली और सम्मेलन का आयोजन किया है।
कायस्थ विकास के राष्ट्रीय महासचिव प्रोफेसर मनीष श्रीवास्तव ने कायस्थ परिषद के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि कायस्थ परिषद कायस्थों के राजनैतिक वजूद को पुर्नस्थापित करने के लिए संकल्पबद्ध है। उन्होंने कहा कि हम कायस्थों में राजनैतिक चेतना जगाने के लिए काम करते हैं, राजनैतिक उदासीनता के चलते ही हमारी ताकत कुछ कम हुई है, जहां हमारी संख्या हजारों में है, आज वहां सैकड़ों में बताई जाने लगी है। राजनैतिक दल कायस्थों को चुनाव में उतारने में हिचकते हैं, लेकिन अब हम मुखर होकर अपनी बात रखेंगे, भय एवं संतोष त्याग कर समाज में एक पहचान बनाएंगे।
कायस्थ विकास परिषद के प्रवक्ता सोमेश वर्धन ने कहा कि, परिषद ने कायस्थों के राजनैतिक उत्थान के लिए एक आंदोलन की शुरूआत 1990 से की है, हमने निश्चय किया है कि कायस्थ समाज अपनी राजनीतिक लड़ाई को तभी सफल मानेगा जब वह राजनैतिक ऊंचाईयों को फिर से प्राप्त नहीं कर लेता। कायस्थ समाज तभी एक नई दिशा दे पाने में सक्षम होगा। उन्होंने कहा कि पूर्व में कायस्थ समाज के मनीषियों ने संपूर्ण समाज को नई दिशा देने का काम किया है, लेकिन राजनैतिक उदासीनता के चलते कायस्थ समाज आज अपने दुर्दिन देख रहा है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि कायस्थ विकास परिषद आने वाले दिनों में कायस्थों में राजनैतिक जागरूकता पैदाकर पुन: सर्वोच्च प्रतिष्ठा दिलाने का काम करेगी। उन्होंने बताया कि सम्मेलन में कायस्थ प्रतिनिधियों के साथ-साथ देश और प्रदेश की बड़ी राजनैतिक और सामाजिक हस्तियों के शिरकत करने की उम्मीद है। सम्मेलन में सामाजिक, राजनैतिक क्षेत्र में सुचिता और ईमानदारी से काम करने वाले कायस्थ प्रतिनिधियों को सम्मानित किया जाएगा।
इस बैठक में छह नवंबर के सम्मेलन की तैयारियों को लेकर चर्चा की गई, जिसमें दो अक्टूबर को कानपुर, बलिया, देवरिया, सीतापुर, बाराबंकी जनपदों की बैठक के साथ-साथ लखनऊ के जानकीपुरम, गोमतीनगर, त्रिवेणीनगर, आलमबाग, एलडीए, राजाजीपुरम, इंदिरानगर, चिनहट आदि जगहें बैठकों एवं सम्मेलन की तैयारी के लिए तय की गईं। बैठक में मुख्य रूप से संजीव अस्थाना, मनीष कुमार उर्फ सच्चिदानंद प्रदेश सचिव, संतोष कुमार, सोभित अस्थाना, अनुपम अस्थाना राजा, सुनील श्रीवास्तव, मनोज श्रीवास्तव, सुधीर कुमार श्रीवास्तव, अनिरूद्ध कुमार श्रीवास्तव, विनोद कुमार श्रीवास्तव, राजीव श्रीवास्तव, विनोद कुमार श्रीवास्तव, रामेंद्र श्रीवास्तव गुड्डू, अशोक श्रीवास्तव, दिलीप कुमार श्रीवास्तव आदि कायस्थ समाज के लोग उपस्थित थे।