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नई दिल्ली। रक्षा मंत्रालय के वैज्ञानिक सलाहकार, रक्षा मंत्रालय में अनुसंधान एवं विकास विभाग में सचिव और अनुसंधान एवं विकास महानिदेशक डॉ विजय कुमार सारस्वत ने शरीर क्रिया विज्ञान और संबद्ध विज्ञानों के रक्षा संस्थान (डीआईपीएएस) की स्वर्ण जयंती समारोह का शुभारंभ किया। डीआईपीएएस मानव शरीर क्रिया विज्ञान विशेषकर कठोर जलवायु, मानसिक तनाव आदि की चरम स्थितियों के क्षेत्र में अनुसंधान और विकास कार्य में लगा हुआ है। डीआईपीएएस की स्थापना रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) के तत्वावधान में 1962 में हुई थी।
डॉ सारस्वत ने डीआईपीएएस के उत्कृष्ट योगदान और 50 वर्ष पूरे होने पर उसे बधाई दी। उन्होंने कहा कि डीआईपीएएस ने मानव शरीर क्रिया विज्ञान और मानव केंद्रित अनुसंधान के क्षेत्र में सराहनीय कार्य किया है और डीआरडीओ के प्रमुख कार्यक्रमों में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उन्होंने कहा कि प्रयोगशाला को 2025 और 2050 के लिए प्रारूप बनाना चाहिए और उन अनुसंधान क्षेत्रों की पहचान करनी चाहिए जिससे कि अंतर्राष्ट्रीय उपलब्धियों में उसका भी एक नाम हो सके।