स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
नई दिल्ली। भारी उद्योग एवं सार्वजनिक उद्यम मंत्री प्रफुल्ल पटेल ने इटली के आर्थिक विकास मंत्री पेओलो रोमानी से मुलाकात की। दोनों मंत्रियों ने भारी उद्योगों से संबद्ध विभिन्न मुद्दों पर विचार-विमर्श किया। उन्होंने मुख्य रूप से व्यापार, विनिवेश, ऑटोमोबाइल क्षेत्र और इटली में बीएचईएल की संभावनाओं पर विचार-विमर्श किया। यूरोपीय संघ में इटली एक प्रमुख आर्थिक साझेदार है। भारत से मशीनरी ऑटोमोटिव के उपकरणों और इंजीनियरी से संबद्ध उपकरणों का निर्यात किया जाता है, जबकि गैर-विद्युत उपकरण और अन्य मशीनी उपकरण और इंजीनियरी की वस्तुएं भारत प्रमुख रूप से आयात करता है।
भारत में ऑटोमोबाइल उद्योग एक प्रमुख क्षेत्र है, जो इटली से लगभग 65 प्रतिशत प्रत्यक्ष विदेशी निवेश करता है। भारत, इटली से औद्योगिक मशीनें भी प्रमुख रूप से आयात करता है। ऑटोमोबाइल मशीन उपकरण, औद्योगिक मशीनें और अर्थ मूविंग मशीनें आदि कुछ ऐसे उपकरण हैं, जिनका भारत, इटली से आयात करता है। आर्थिक क्षेत्र में दोनों ही देशों के लिए पर्याप्त संभावनाएं मौजूद हैं। ऑटोमोटिव क्षेत्र में इस समय केवल एक इटालियन कंपनी है- फियेट ऑटोमोबाइल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड। इनका, फिएट ऑटोमोबाइल समूह और टाटा मोबाइल्स लिमिटेड के बीच 50-50 प्रतिशत का संयुक्त औद्योगिक उद्यम है।
इटली में, बीएचइएल की संभावनाओं में इटली की दिलचस्पी है। इनमें पुराने ताप बिजली संयंत्रों के पुन: निर्माण, सौर सेलों और मोड्युल्स की इटालियन सौर शक्ति प्रणाली को आपूर्ति और स्थानीय साझेदारों के साथ मिलकर छोटे-छोटे सौर शक्ति प्रणालियों को कायम करना भी शामिल है।