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केरल में चार अपर न्‍यायाधीश नियुक्त

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नई दिल्ली। भारतीय संविधान की धारा-224 के उपखंड (1) में प्रदत्‍त शक्तियों का इस्‍तेमाल करते हुए राष्‍ट्रपति ने वैद्यनाथन चितंबरेश, अब्‍दुल मोहम्‍मद शफीक, कुंजुपिल्‍लई हरिलाल और कृष्‍णन विनोद चंद्रन को उनकी वरिष्‍ठता क्रम में केरल उच्‍च न्‍यायालय का अपर न्‍यायाधीश नियुक्‍त किया है। ये नियुक्तियां पदभार ग्रहण करने की तिथि से लेकर दो वर्षों की अवधि के लिए प्रभावी होंगी।
मुख्‍य न्‍यायाधीश का स्‍थानांतरण
भारतीय संविधान की धारा-222 के उपखंड (1) में प्रदत्‍त शक्तियों का इस्‍तेमाल करते हुए राष्‍ट्रपति ने भारत के मुख्‍य न्‍यायाधीश के साथ परामर्श के बाद गुवाहाटी उच्‍च न्‍यायालय के मुख्‍य न्‍यायाधीश न्‍यायमूर्ति मदन भीमाराव लोकुर का स्‍थानांतरण आंध्र प्रदेश उच्‍च न्‍यायालय के मुख्‍य न्‍यायाधीश के रूप में किया है, साथ ही उन्‍हें यह निर्देश दिया है कि वे 15 नवंबर को अथवा उससे पहले आंध्र प्रदेश उच्‍च न्‍यायालय के मुख्‍य न्‍यायाधीश के रूप में पदभार ग्रहण कर लें।

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