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नई दिल्ली। रेल मंत्री दिनेश त्रिवेदी ने कहा कि भारतीय रेल ने अपनी नई जलपान नीति 2010 को लागू करने के लिए कई उपाय किए हैं। दिनेश त्रिवेदी ने कहा कि इस नीति का लक्ष्य यात्रियों को उचित दरों पर स्वच्छ, स्वादिष्ट और संतुलित भोजन प्रदान करना है। नई नीति और रेल द्वारा इसके क्रियान्वयन के परिणामस्वरूप अक्तूबर 2010 से सितंबर 2011 की अवधि के दौरान जलपान संबंधी शिकायतों में पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 49.9 प्रतिशत की कमी आई है।
रेल मंत्री ने कहा कि कई और तकनीकी और संस्थागत सुधार शुरू किए गए हैं, जिनके परिणाम आने वाले समय में नजर आने लगेंगे होंगे। उन्होंने यह जानकारी भी दी कि इस नई नीति के अंतर्गत शुरूआत में नई दिल्ली, मुंबई, सिकंदराबाद, चेन्नई और हावड़ा में बड़े रसोईघर स्थापित करने का प्रस्ताव है। त्रिवेदी नई दिल्ली में रेल मंत्रालय के लिए सांसदों की परामर्शदाता समिति बैठक में बोल रहे थे। इस बैठक का मुख्य विषय था-भारतीय रेल पर जलपान सेवाएं।
जनता भोजन की अनुपलब्धता के संबंध में शिकायतों के संदर्भ में त्रिवेदी ने कहा कि किफायती दरों पर मिलने वाले बेहतर गुणवत्ता युक्त क्षेत्रीय व्यंजन योजना जन आहार देशभर में शुरू कर दी गई है और अभी तक 51 जन आहार आउटलेट शुरू किए गए हैं। रेल राज्य मंत्री केएच मुनिअप्पा और भरत सिंह सोलंकी, रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष विनय मित्तल, बोर्ड के अन्य सदस्य और रेल मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी बैठक में भाग लिया।