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नई दिल्ली। केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय की नई दिल्ली स्थित नेशनल गैलरी ऑफ मॉडर्न आर्ट ने आधुनिक समय के एक प्रसिद्ध कलाकार केके हेब्बर की जन्मशती के अवसर एक पुनरावलोकन प्रदर्शनी लगाई है। ' एक कलाकार की खोज : केके हेब्बर-एक पुनरावलोकन ' नाम की इस प्रदर्शनी का मंगलवार की शाम संस्कृति मंत्रालय में सचिव, जवाहर सरकार ने उद्घाटन किया। जाने-माने कलाकार श्रीकृष्ण खन्ना इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि थे। नेशनल गैलरी ऑफ मॉडर्न आर्ट प्रसिद्ध कला के क्षेत्र में कलाकारों की जीवनभर की उपलब्धियों को दर्शाने के लिए इस प्रकार की प्रदर्शनियां लगाती है। यह प्रदर्शनी आठवीं पुनरावलोकन प्रदर्शनी है।
प्रदर्शनी के आयोजन में प्रसिद्ध कलाकार रेखा रॉव और कला इतिहासविद् रजनी प्रसन्ना के अलावा केके हेब्बर की बेटियों ने भी योगदान दिया है। प्रदर्शनी में प्रदर्शित की गईं कलाकृतियां हेब्बर के जीवनकाल की विभिन्न अवधियों की हैं और उनके विचारों और कला को परिलक्षित करती हैं। केके हेब्बर का जन्म 1911 में कर्नाटक में हुआ था। सन 1938 में सर जेजे स्कूल और आर्ट से पेंटिंग में डिप्लोमा हासिल करने के बाद उन्होंने 1940 से 1945 तक अध्यापन का कार्य किया, बाद में वे यूरोप चले गये और वहां उन्होंने पेरिस में अकेडमी जूलियन में कला की शिक्षा प्राप्त की। उन्होंने वहां पश्चिमी देशों की कला के श्रेष्ठ नमूने देखे।
केके हेब्बर को अपने जीवनकाल में कई पुरस्कार मिले, जिनमें 1956 में ललित कला अकादमी का रार्ष्टीय पुरस्कार, 1961 में पदमश्री पुरस्कार और 1989 में पद्मभूषण पुरस्कार उल्लेखनीय है। सन 1980 से 1984 तक वे ललित कला अकादमी के अध्यक्ष रहे और 1990 में बॉम्बे आर्ट सोसायटी के अध्यक्ष रहे। 1996 में 85 वर्ष की आयु में उनका निधन हो गया। प्रदर्शनी के दौरान कलाकार केके हेब्बर के जीवन और कलाकृतियों से संबंधित दो वृतचित्र भी दिखाये जाएंगे। इस पुनरावलोकन प्रदर्शनी का पहला प्रदर्शन नेशनल गैलरी ऑफ मॉडर्न आर्ट, बंगलुरू, कर्नाटक में हुआ था। दूसरा प्रदर्शन नई दिल्ली में हो रहा है और तीसरा प्रदर्शन जनवरी 2012 में मुंबई में होगा।