पंकज खाण्डेकर
मुंबई। सांसद और फिल्म अभिनेता राजबब्बर आजकल फिल्मी दुनिया में व्यस्त और मस्त हैं। राजबब्बर ने जो सफलता और शोहरत फिल्मी दुनिया से पायी है, वह उन्हें राजनीति में नहीं मिली है। वह जो सोचकर राजनीति में आए थे उसमें और फिल्मी दुनिया के सच में बहुत अंतर है। राजबब्बर ने कभी नहीं सोचा होगा कि जिस तरह से हीरो के रूप में उन्होंने फिल्मों में गुंडों और माफियाओं का एक चुटकी में मुकाबला किया वैसा मुकाबला राजनीति में आसान नहीं है। कुछ भी हो राजनीति हर एक के वश की बात नहीं है। अब तक जितने भी फिल्म वाले राजनीति में आए हैं उनमें में अधिकांश राजनीति से तौबा कर रहे हैं। अब उनके सामने यह संकट है कि वह अपने घर में किस तरह से वापस हों। उनमें राजबब्बर भी एक हैं।
राजबब्बर मुलायम सिंह यादव को आज भी अपना हीरो मानते हैं। वह समाजवादी पार्टी के सांसद हैं और आजकल राजनीतिक मतभेदों के कारण समाजवादी पार्टी से अलग चल रहे हैं। उनकी नाराजगी अमर सिंह से है इस कारण उन्होंने समाजवादी पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोलकर विधानसभा चुनाव में वीपी सिंह के जनमोर्चा के साथ काम किया। मोर्चे में भी उनके हाथ निराशा ही लगी है। उन्होंने जो उम्मीद की थी उसके अनुसार उन्हें सफलता नहीं मिली इसलिए उनमें राजनीतिज्ञों को लेकर निराशा दिखाई पड़ती है। थकहार कर राजनीति में राजबब्बर की सक्रियता इन दिनों ठप है। राजनीति में उनके अनुकूल अवसर आएंगे की नहीं यह तो नहीं कहा जा सकता लेकिन राजबब्बर के सामने एक उपयुक्त राजनीति प्लेटफार्म की जरूरत तो है ही।
उत्तर प्रदेश में उन्होंने अमर सिंह से झगड़े के चलते मुलायम सिंह यादव का साथ छोड़कर पूर्व प्रधानमंत्री विश्वनाथ प्रताप सिंह के जनमोर्चा के मंच से नये सिरे से राजनीति शुरू की थी लेकिन उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव के बाद वे यूपी के राजनीतिक पटल से जैसे गायब ही हो गए। राजबब्बर अब यूपी में बहुत कम दिखाई दे रहे हैं। उनसे जब संपर्क हुआ तो कहने लगे कि मै फिलहाल फिल्मों के लिए काम कर रहा हूं और उनमें व्यस्त हूं।
राजबब्बर का कहना है कि उत्तर प्रदेश के हालात बहुत खराब हैं। यदि इसे राजनीतिक आर्थिक और सामाजिक रूप से सुदृढ़ और समृद्घ करना है तो उप्र में मुलायम और चौधरी अजित सिंह की फिर से दोस्ती बहुत जरूरी है। राजबब्बर मानते हैं कि यह जोड़ी मायावती के हर एक राजनीतिक कार्ड का जवाब है। वह कहते हैं कि मै आज भी मुलायम सिंह यादव का आदर करता हूं और उनका निजी तौर पर प्रशंसक हूं लेकिन मुलायम सिंह यादव को अमर सिंह जैसे लोगों को समझकर चलना होगा जो अपने स्वार्थ में कुछ भी कर सकते हैं। उन्हें याद रखना चाहिए कि पार्टी में और लोग भी हैं। राजबब्बर इस समय ज्यादातर समय मुंबई में और फिल्म व्यवसाय को दे रहे हैं।