कैम्पस रिपोर्टर
लखनऊ। श्रीराम स्वरूप मेमोरियल कालेज ऑफ इंजीनियरिंग एण्ड मैनेजमेंट, लखनऊ में पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन मैनेजमेंट (पीजीडीएम) के प्रथम दीक्षांत समारोह में निष्ठा सिंह को स्वर्ण, करिश्मा सेठ को रजत और दिव्यांशू सिंह को कांस्य पदक प्रदान किया गया। समारोह का शुभारम्भ आईआईएम के डायरेक्टर और मुख्य अतिथि प्रो देवी सिंह एवं आईआईटी कानपुर के इंडस्ट्रीयल एण्ड मैनेजमेंट इंजीनियरिंग के विभागाध्यक्ष और विशेष अतिथि प्रो एनके शर्मा ने किया। प्रो देवी सिंह ने यहां के शैक्षिणिक वातावरण की प्रशंसा करते हुए पीजीडीएम प्रोग्राम के सफल अभ्यर्थियों को बधाई दी और कहा कि शिक्षा वही है जिसका आज उपयोग कर सकें। उन्होंने निजी जीवन एवं सामाजिक जीवन के बीच तालमेल करने की बात कही। अभ्यर्थियों को यह सीख भी दी कि कठिन व्यवसायिक वातावरण में अपने आप को स्थापित करने के साथ-साथ अपनी पहचान भी बनानी है इसलिए अनिवार्य है कि छात्र अपने जीवन का उद्देश्य तय करें और उसे पूरा करने के लिए प्रतिज्ञाबद्ध रहें।
संस्थान के अधिशासी निर्देशक पंकज अग्रवाल ने अतिथियों के स्वागत भाषण में प्रो देवी सिंह एवं प्रो एनके शर्मा का अभिनंदन किया एवं उनकी उपस्थिति के लिए धन्यवाद दिया। संस्थान की डीन पूजा अग्रवाल ने मुख्य अतिथि एवं विशेष अतिथि का परिचय कराया और बताया कि संस्थान संबंधित मापदण्डों को प्राप्त करने के लिए नये-नये शैक्षणिक कार्यक्रमों को न केवल लागू कर रहा है अपितु उनका सफलतापूर्वक क्रियान्वयन भी कर रहा है जिसका प्रत्यक्ष प्रमाण छात्रों का वार्षिक परिणाम है। पीजीडीएम के विषय में उन्होंने बताया कि ज्यादातर छात्र-छात्राओं ने उच्च अंकों के साथ परीक्षा उत्तीर्ण की और अच्छे संस्थानों के साथ जुड़ने में भी सफल रहे हैं। डीन ने बताया कि पीजीडीएम कार्यक्रम को और विकसित करने के तहत आने वाले सत्र में एग्रीकल्चर बिजनेस एवं मीडिया जैसी नवीन शैक्षिणिक पद्धतियों को भी जोड़ा जायेगा।
समारोह के विशेष अतिथि प्रो एनके शर्मा ने तकनीकी क्षेत्रों में हुए अनुसंधानों का उल्लेख करते हुए कहा कि वर्तमान तकनीक के साथ चलना वर्तमान की आवश्यकता है, मगर नये परिवर्तनों के प्रति भी जागरूक एवं सकारात्मक रहना चाहिए, जिससे सामाजिक एवं आर्थिक वातावरण को और ज्यादा विकसित किया जा सके। उन्होंने अभ्यर्थियों को व्यक्तिव विकास का भी संदेश दिया।संस्थान के चेयरमैन लक्ष्मी नारायण अग्रवाल ने अध्यक्षीय भाषण में कहा कि दस वर्ष पहले 22 छात्रों के साथ प्रारंभ किया गया यह संस्थान आज 4000 छात्रों वाला संस्थान बन चुका है। पीजीडीएम के विषय में बोलते हुए उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम के पीछे मुख्य उद्देश्य है गुणवत्ता पूर्ण शैक्षिणिक वातावरण में उच्चकोटि के प्रबंधकों को तैयार करना। उन्होंने बताया कि भविष्य में श्रीराम स्वरूप बिजनेस स्कूल और श्रीराम स्वरूप डीम्ड विश्वविद्यालय खोला जाएगा। चेयरमैन ने डिग्री प्राप्त करने वाले अभ्यर्थियों के समृद्ध जीवन की कामना करते हुए उनको बधाई दी।
समारोह में सत्र 2007-2009 के सभी सफल अभ्यर्थियों को डिग्री प्रदान की गई। संस्था के प्रधानाचार्य प्रो एके मेहरोत्रा ने मुख्य अतिथि एवं विशेष अतिथि के प्रति आभार व्यक्त किया। समारोह में मुख्यरूप से उपस्थित लोगों में प्रो डा शहादत अली, प्रो बॉबी लॉयल मौजूद थे। कार्यक्रम के मीडिया संयोजक अमित त्रिवेदी ने मीडिया का आभार व्यक्त किया।