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नई दिल्ली। बेघर, लाचार, मजबूर, लावारिस और कूड़ा-कचरा जमा करले वाले बच्चों के जीवन पर आधारित बेहतरीन प्रसारण के लिये आल इण्डिया रेडियो लखनऊ को इन्टरनेशनल चिल्ड्रिन डे ऑफ ब्राडकास्टिंग (आईसीबीडी) पुरस्कार देने की घोषणा की गई है।
आईसीबीडी हर साल रेडियो और दूरदर्शन पर बच्चों के कार्यक्रमों के प्रति युवाओं का रूझान बढ़ाने के लिये यह पुरस्कार देता है। इस साल आईसीबीडी 2009 का विषय था बच्चों के लिए एकजुट हों, उनको बच्चों में तबदील करें यह पुरस्कार बच्चों की सोच, विचार, विश्वास, डर और उनके सपनों के सफल प्रस्तुतीकरण के लिए दिया जाता है।
आल इंडिया रेडियो लखनऊ ने यह पुरस्कार अपने कार्यक्रम किड्स टयून इन टू अस के लिये जीता है। इस कार्यक्रम की मुख्य निर्देशिका अर्चना प्रसाद ने कहा कि मैं इस पुरस्कार से बहुत खुश हूं।' इन पुरस्कार के विजेताओं के नामों की घोषणा 10 नवम्बर 2009 को न्यूयार्क में की जाएगी। यूनीसेफ बच्चों के अच्छे कार्यक्रमों को प्रस्तुत करने के लिए हर साल रेडियो और दूरदर्शन को पुरस्कृत करता है।
भारत के अलावा बांग्लादेश को 'वायस आफ चिल्ड्रेन' कीनिया को एंजिलस केफ, सूरीनाम को टेन मिनिटन जुग्ड जनरल्स, टागो को ए नास ला प्लेनेट, यूक्रेन को बिग सीक्रेट, ब्राजील को सिंटोजएस क्रेनक्रेस ना रेडियो जस्ट्सि, जर्मनी को किड्स फार जर्मनी मीट किड्स फाम बालकन्स, घाना को जेम्स आफ अपर टाइम, मलेशिया को टयून इनटॅ किड्स और दक्षिण अफ्रीका को 'जिस्ज चिल्डिन रेडियो प्रोजेक्ट पुरस्कार दिया गया है।