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नई दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री गुलाम नबी आजाद ने कहा है कि पोलियो कार्यक्रम की प्रगति उत्साहजनक रही है। पोलियो कार्यक्रम के अनुभव अब खसरे से होने वाली शिशु मृत्यु और नवजात के टेटनस को समाप्त करने में बहुत उपयोगी सिद्ध होंगे, लेकिन इसके लिए निरंतर सतर्कता, आपात स्थिति जैसी प्रभावी तैयारी और आवश्यकता पड़ने पर तुरंत कार्रवाई करने पर ध्यान देना होगा, क्योंकि अब हम पोलियो वायरस के मामले में ढील नहीं बरत सकते। दो दिन के पोलियो सम्मेलन 2012 के समापन सत्र को संबोधित करते हुए आजाद ने पोलियो कार्यक्रम को पूरी तरह से स्वदेशी आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने की प्रतिबद्धता दोहराई और कहा कि भारत विश्व से पोलियो को समाप्त करने के लिए सभी संभव सहायता देने को तैयार है। आजाद ने कहा कि सम्मेलन के उद्घाटन के समय प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने भी कहा था कि केंद्र सरकार स्वास्थ्य के क्षेत्र में सार्वजनिक निवेश बढ़ाने के लिए कृतसंकल्प है।
गुलाम नबी आजाद ने कहा कि देश की राष्ट्रपति, जिन्होंने वार्षिक राष्ट्रीय पल्स पोलियो अभियान की शुरूआत की, उन्होंने विश्व स्वास्थ्य संगठन के भारत को सक्रिय पोलियो वायरस वाले देश की सूची से हटाने के फैसले को सार्वजनिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में भारत की ऐतिहासिक उपलब्धि बताते हुए इसकी सराहना की है और अपनी शुभकामनाएं भेजी हैं। यदि हम पोलियो कार्यक्रम के लाभों को कायम रखना चाहते हैं और देश के किसी भाग से या विदेशों से आने वाले संक्रमण से अपने आपको सुरक्षित रखना चाहते हैं, तो सामान्य टीकाकरण कार्यक्रम को और मजबूती से चलाना होगा, इसलिए वर्ष 2012 को सघन सामान्य टीकाकरण वर्ष घोषित किया गया है। हम विशेष टीकाकरण अभियानों के जरिए 1 अप्रैल से सामान्य टीकाकरण गतिविधियों में तेजी लाएंगे और कम सामान्य टीकाकरण वाले 207 जिलों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने मातृ और शिशु पहचान के लिए वेब आधारित जो प्रणाली शुरू की है, उसके अंतर्गत दो करोड़ 60 लाख माताओं और बच्चों के नाम दर्ज किए गए हैं। इससे एसएमएस के जरिए सहायक नर्सों के लिए साप्ताहिक कार्यक्रम निर्धारित हो जाता है, लाभार्थियों को भी स्वास्थ्य सेवाओं की तारीख के बारे में सूचना दे दी जाती है, आजाद ने रोटरी इंटरनेशनल, विश्व स्वास्थ्य संगठन, यूनिसेफ, गेट्स फाउंडेशन, जीएवीआई और अन्य संस्थाओं से सामान्य टीकाकरण में तेजी लाने तथा पोलियो उन्मूलन और सामान्य टीकाकरण कार्यक्रमों को आगे बढ़ाने का आग्रह किया है, जिन 14 राज्यों में टीकाकरण 80 प्रतिशत से कम हुआ है, वहां खसरे की दूसरी खुराक शुरू की गयी है, हमारा उद्देश्य इस अभियान के अंतर्गत 13 करोड़ बच्चों को लाभ पहुंचाना है। आजाद ने कहा कि वे जनवरी 2014 के बाद होने वाले अगले पोलियो सम्मेलन की उत्सुकता से प्रतीक्षा करेंगे, जिसमें उम्मीद है कि भारत को पोलियो मुक्त देश घोषित किया जाएगा।