स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
नई दिल्ली। केंद्रीय वाणिज्य मंत्री आनंद शर्मा ने अमरीका और जापान के प्रतिनिधिमंडलों से त्रिपक्षीय वार्ता के दौरान मुलाकात की। प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए शर्मा ने कहा कि एशिया-प्रशांत क्षेत्र की तीन महत्वपूर्ण अर्थव्यवस्थाओं वाले देशों के बीच ऐसे वार्तालाप होने चाहिएं। उन्होंने कहा कि विश्व के बदलते हुए आर्थिक परिदृश्य ने ऐसी वार्ता को आवश्यक और अधिक उपयुक्त बना दिया है, इस उभरते हुए परिप्रेक्ष्य में, भारत चाहता है कि अमरीका और जापान दोनों के साथ संबंधों को प्रौद्योगिकी, नवप्रवर्तन और निवेश जैसे क्षेत्रों में दीर्घकालीन व्यापार के रूप में और आगे बढ़ाया जाए।
वाणिज्य मंत्री ने प्रतिनिधियों से कहा कि भविष्य के लिए दीर्घकालीन ऊर्जा सुरक्षा, हरित और स्थायी प्रौद्योगिकियों के विकास को सुनिश्चित करना उच्च प्राथमिकता में शामिल होना चाहिए। वैश्विक खाद्य सुरक्षा और स्वास्थ्य जांच को सुनिश्चित करने के व्यापक उद्देश्य में कृषि-प्रसंस्करण और औषधियों में सहयोग को आवश्यक बनाना होगा। पाकिस्तान पर टिप्पणी करते हुए शर्मा ने कहा कि आर्थिक मामलों में पाकिस्तान के साथ एक सकारात्मक रूख देखने को मिला है। प्रतिनिधिमंडल ने दोनों देशों के बीच आर्थिक संबंधों के सामान्य दिशा में आगे बढ़ने पर प्रशंसा जाहिर की।
प्रतिनिधिमंडल में आर्मिटेज इंटरनेशनल एलसी के अध्यक्ष रिचर्ड आर्मिटेज ने वार्ता की अध्यक्षता की और द लिंडसे समूह के प्रबंध निदेशक टिम एडम्स, सीएसआईएस के वरिष्ठ सलाहकार माइकल ग्रीन, कार्ल इंडरफूर्थ, रोजर रोज़, लॉकहीड मार्टेन, अमरीका-जापान एमएजीएलईवी के अध्यक्ष टौरकेल पैटर्सन, एलएलसी और निकोल्स सजेचेनई, जापान चेयर, सीएसआईएस के वरिष्ठ फैलो और उपनिदेशक इस बैठक में शामिल थे। जापानी प्रतिनिधिमंडल में सेंट्रल जापान रेलवे कंपनी के अध्यक्ष योशीयुकी कसई ने वार्ता की सह-अध्यक्षता की जबकि मितुशुबिशी के अध्यक्ष योरीहीको कोजीमा, टोक्यो इलेक्ट्रिक पावर कंपनी के कार्यकारी सलाहकार तेरूआकी मासूमोटो, मितुशुबिशी हैवी इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष काजूओ सुकुडा, सेंट्रल जापान रेलवे कंपनी के वरिष्ठ सलाहकार तोमोहीको तानीगुची शामिल थे। भारत की ओर से वार्ता की सह-अध्यक्षता तरूण दास ने की।