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गोवाहाटी। पूर्वोत्तर क्षेत्र के केंद्रीय विकास एवं संसदीय मामलों के राज्य मंत्री पवन सिंह घाटोवार ने असम के दारंग क्षेत्र के दुमुनी चौकी इलाके में साक्षर भारत यात्रा को संबोधित किया। साक्षर भारत यात्रा एक प्रमुख कार्यक्रम एवं राष्ट्रीय साक्षरता मिशन का नया रुप है। साक्षर भारत यात्रा की शुरूआत प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने 8 सितंबर 2009 को की थी। यह यात्रा दिल्ली में 18 फरवरी 2012 शुरू हुई थी, देश के 22 राज्यों, 180 जिलों, 1000 प्रखंड और 16000 से अधिक ग्राम पंचायतों का सफर पूरा करते हुए 26-27 मार्च 2012 को दिल्ली आकर समाप्त होगी।
घाटवार ने कहा कि इस मिशन का मुख्य जोर ग्रामीण इलाकों में महिलाओं, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अल्पसंख्यक, किशोर तथा अन्य पिछड़े वर्गो को लाभ पहुंचाना है। यह कार्यक्रम देश के 372 ज़िलों में लागू किया जा रहा है। इसके तहत तकरीबन 78000 वयस्क शिक्षा केंद्र स्थापित किए गए हैं और तकरीबन 1.46 लाख प्रेरकों को इस काम में लगाया गया है, तकरीबन 66 लाख प्रशिक्षु बुनियादी शिक्षा कार्यक्रम में हिस्सा ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि साक्षर भारत यात्रा का मुख्य उद्देश्य आमलोगों के बीच शिक्षा को लेकर आमराय तैयार करना और उसके लिए उन्हें गोलबंद कर शिक्षा के महत्व और उसकी ज़रुरत तथा जीवन पर्यंत शिक्षा के बारे में देशव्यापी अभियान चलाना है। इसका एक अन्य उद्देश्य जन वचन कार्यक्रम चलाना भी है, इसका मकसद जनमानस के भीतर शिक्षा से संबंधित मुद्दों एवं जीवनभर शिक्षा के लिए ग्रामीण इलाकों में पढ़ाई और पुस्तकालय अभियान पर जोर देना है, जोकि देश में जीवनपर्यंत शिक्षा कार्यक्रम का आधार है।