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जनवरी का औद्योगिक उत्‍पादन सूचकांक

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नई दिल्ली। सांख्‍यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्‍वयन मंत्रालय के केंद्रीय सांख्‍यिकी संगठन ने जनवरी 2012 के लिए औद्योगिक उत्‍पादन सूचकांक (आईआईपी) आधार 2004-05 का त्‍वरित आकलन जारी किया है। जनवरी 2012 के लिए सामान्‍य सूचकांक 187.29 अंक पर है, जो जनवरी 2011 के मुकाबले 6.8 प्रतिशत अधिक है। वर्ष 2011-12 के अप्रैल-जनवरी अवधि के दौरान पिछले वर्ष के इसी अवधि के मुकाबले संचयी विकास 4.0 प्रतिशत रहा।
जनवरी 2012 में औद्योगिक उत्पादन सूचकांक खनन, वि‍नि‍र्माण और बिजली के क्षेत्र में क्रमश: 137.2, 202.4 और 151.1 रहा, जिनमें वर्ष जनवरी 2011 की (स्‍टेटमेंट 1) तुलना में क्रमश: (-)2.7 प्रतिशत, 8.5 प्रतिशत और 3.2 प्रतिशत की वृद्धि दर रही। इन तीन क्षेत्रों में वर्ष 2011-12 के अप्रैल-जनवरी में संचयी विकास पिछले वर्ष 2010-11 की तुलना में क्रमश: (-) 2.6 प्रतिशत, 4.4 प्रतिशत और 8.8 प्रतिशत रहा, जिससे सामान्य सूचकांक में कुल वृद्धि 4.0 प्रतिशत तक दर्ज की गई।
उद्योगों की दृष्टि से उत्पादन क्षेत्र में 22 में से 13 औद्योगिक समूहों (दो अंकों वाले एनआईसी-2004) ने पिछले वर्ष (स्‍टेटमेंट 2) की समरूपी अवधि की तुलना में जनवरी 2012 माह में सकारात्मक वृद्धि दर्ज की है। औद्योगिक समूह में 'खाद्य उत्‍पाद और पेय प्रदार्थ' ने सर्वाधिक 92.6 प्रतिशत वृद्धि दर्ज की है। उसके बाद 'प्रकाशन, प्रिंटिंग और रिकॉर्डड मीडिया का पुनर्निर्माण' में 56.1 प्रतिशत वृद्धि हुई और 'चिकित्‍सा, प्रिसिशन और ऑप्टिकल उपकरण, घड़ी और दीवार घडि़यां' में 29.9 प्रति‍शत वृद्धि हुई। वहीं दूसरी ओर, उद्योग समूह, ‘इलैक्‍ट्रिकल मशीनरी तथा उपकरण एनईसी’ में 30.5 प्रतिशत की ऋणात्‍मक वृद्धि दर्शायी है और उसके बाद 'ऑफिस एकाउंटिंग और कम्‍पयूटिंग मशीनरी' में 14.1 प्रतिशत तथा 'रेडियो, टीवी और संचार उपकरण और पुर्जें' में 13.8 प्रतिशत की ऋणात्‍मक वृद्धि हुई।
उपभोग आधारि‍त वर्गीकरण के आधार पर जनवरी 2012 में जनवरी 2011 के मुकाबले आधारभूत वस्‍तुओं में 1.6 प्रति‍शत, पूंजीगत वस्‍तुओं में (-)1.5 प्रति‍शत और मध्यवर्ती वस्‍तुओं में (-)3.2 प्रति‍शत (स्‍टेटमेंट 3) की वृद्धि दर्ज की गई। उपभोक्ता टिकाऊ वस्तुओं में (-) 6.8 प्रति‍शत और उपभोक्ता गैर-टिकाऊ वस्तुओं में 42.1 प्रति‍शत का वि‍कास दर्ज कि‍या गया है। उपभोक्ता वस्तुओं में कुल वि‍कास 20.2 प्रति‍शत रहा। कुछ महत्‍वपूर्ण उपभोक्‍ता वस्‍तुओं में चालू माह के दौरान उच्‍च सकारात्‍मक वृद्धि देखी गई। इससे ‘जर्दा/तम्‍बाकू’ (127.3 प्रतिशत), संगमरमर की टाइलें/स्‍लेब (69.4 प्रतिशत), 'अख़बार' (57.1 प्रतिशत) और 'सभी प्रकार की कलमों' (31.8 प्रतिशत) सहित कुल मिलाकर सूचकांक में वृद्धि देखी गई, हालांकि कुछ महत्‍वपूर्ण उपभोक्‍ता वस्‍तुओं में नकारात्‍मक वृद्धि दर्ज की गई। इनमें 'विटामिन' (-) (54.2 प्रतिशत), 'एयर कंडीशनर (रूम)' (-) (47.5 प्रतिशत), 'फ्रूट पल्‍प' (-) (33.2 प्रतिशत), 'एंटीबायोटिक्‍स और इसके उत्‍पाद' (-) (16.4 प्रतिशत) तथा 'रत्‍नाभूषण' (-) 15.5 प्रतिशत) शामिल हैं।
माह के दौरान जिन अन्‍य महत्‍वपूर्ण वस्‍तुओं में अधिक सकारात्‍मक वृद्धि देखने को मिली उनमें 'पेट्रोलियम कोक' (246.6 प्रतिशत), 'सभी प्रकार के लैंस' (72.0 प्रतिशत), 'इंस्‍युलेटिड केबल/सभी प्रकार की तार' (57.5 प्रतिशत), 'बॉयलर' (46.4 प्रतिशत) और 'हीट एक्‍सचेंजर' (46.3 प्रतिशत) शामिल है। माह के दौरान कुछ अन्‍य महत्‍वपूर्ण वस्‍तुएं जिसने ऋणात्‍मक वृद्धि दर्शायी है, उनमें शामिल हैं- रंगीन टेलीविजन पिक्‍चरट्यूब (-) 91.9 प्रतिशत), 'यूपीएस/इन्‍वर्टर-कनवर्टर' (-) 79.4 प्रतिशत), सीमेंट मशीनरी (-) 73.6 प्रतिशत और 'केबल, इंस्‍युलेटिड रबर' (-) 66.2 प्रतिशत। जनवरी 2012 के लिए औद्योगिक उत्‍पाद सूचकांक के त्‍वरित आकलन के साथ स्रोत एजेंसियों से प्राप्‍त ताजा आंकड़ों के आधार पर दिसंबर 2011 के लिए आंकड़ों में प्रथम संशोधन तथा अक्‍टूबर 2011 के लिए अंतिम संशोधन किया गया है।

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