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नई दिल्ली। वाणिज्य, उद्योग एवं कपड़ा मंत्री आनंद शर्मा ने सोमवार को आहार के 27वें संस्करण का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा भारत का खाद्य बाजार 182 अरब अमरीकी डॉलर से अधिक है, और इस तरह वह कुल खुदरा बाजार का लगभग दो तिहाई होता है। डिब्बा बंद स्नैक फूड की प्रति व्यक्ति खपत भारत में कम है लेकिन वह बढ़ रही है। इसलिए यह कहा जा सकता है यह एक बहुत बड़ा बाजार है। मुझे पूरा विश्वास है कि आहार से आर्थिक विकास को गति मिलेगी। उन्होंने कहा कि 2014 तक भारत का कृषि/खाद्य निर्यात 40 अरब अमरीकी डालर तक होने की उम्मीद है। उन्होंने बताया कि भारत से बासमती चावल का निर्यात सबसे अधिक होता है और विश्व में उसकी अपनी पहचान है।
आनंद शर्मा ने बताया कि आहार के दो स्वतंत्र मंच हैं-फूड इंडिया और हास्पिटैलटी इंडिया। उन्होंने बताया कि आहार दक्षिण एशियाई क्षेत्र में सबसे बड़ा खाद्य उद्योग है और वह सभी व्यापारियों और कारोबार से संबंधित आगंतुकों के लिए आकर्षण का केंद्र है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारत खेती योग्य भूमि के संदर्भ में विश्व का चीन के बाद सबसे बड़ा दूसरा देश है। दूध उत्पादन में भारत पहले स्थान पर है। उन्होंने कहा कि भारत में 240 मिलियन टन प्रतिवर्ष फलों और सब्जियों का उत्पादन होता है और इस तरह वह दुनिया का सबसे बड़ा दूसरा देश है, लेकिन उचित कोल्ड चेन सुविधाओं, भंडारण और यातायात का आभाव होने के कारण इस क्षेत्र में कुछ खामियां हैं जिन्हें दूर करने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि खाद्य प्रस्करण प्रौद्योगिकीयों में भारत विदेशी निवेशकों का स्वागत करता है।
भारत व्यापार प्रोत्साहन संगठन की मुख्य प्रबंध निदेशक रीता मेनन ने कहा कि आहार भारत का एक प्रमुख वार्षिक सम्मेलन है, जिसमें देश विदेश के प्रतिनिधि हिस्सा लेते हैं। इस बार विभिन्न देशों के 550 प्रतिनिधि हिस्सा ले रहे हैं जिनमें अर्जेनटीना, आस्ट्रेलिया,कनाडा, चीन, डेनमार्ग, जर्मनी, इटली, जापान, मलेशिया, पाकिस्तान, पोलैंड, स्पेन, स्वीडन, तायवान, तुर्की, संयुक्त अरब अमीरात, अमेरिका और वियतनाम अपने उत्पादों का प्रदर्शन कर रहे हैं। इस अवसर पर खाद्य प्रसंस्करण उद्योग सचिव राकेश कक्कड़ और भारत व्यापार प्रोत्साहन संगठन के कार्यकारी निदेशक नीरज कुमार गुप्ता भी उपस्थित थे।