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लोक कलाओं के लिए सांस्‍कृतिक केंद्र

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नई दिल्ली। केंद्रीय आवास एवं शहरी गरीबी उपशमन मंत्री और संस्कृति मंत्री कुमारी सैलजा ने मंगलवार को लोकसभा में बताया कि केंद्रीय आवास एवं शहरी गरीबी उपशमन मंत्री ने बताया है कि जम्‍मू कश्‍मीर के गुर्जरों, बकरवालों और पहाड़ी बोलने वाले समुदायों के लिए सांस्‍कृतिक केंद्र स्‍थापित करने का प्रस्‍ताव है। सरकार ने देश में पारंपरिक लोक कलाओं और संस्‍कृति के रख-रखाव, संर्वधन और प्रसार के लिए सात क्षेत्रीय सांस्‍कृतिक केंद्रों की स्‍थापना की है। जेडसीसी ने विभिन्‍न कार्यकलाप शुरू किये हैं और अपने लक्ष्‍य और उद्देश्‍यों के अनुसार राष्‍ट्रीय, क्षेत्रीय और स्‍थानीय स्‍तरों पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए हैं।
उन्‍होंने कहा कि भारत सरकार का संस्‍कृति मंत्रालय, साहित्‍य, कला और जीवन के ऐसे ही अन्‍य क्षेत्रों में अभावग्रस्‍त परिस्थितियों में रह रहे व्‍यक्तियों और उनके आश्रितों को वित्तीय सहायता भी प्रदान करता है। केंद्रीय कोटे के अंतर्गत लाभ पाने वाले को चार हजार रूपये प्रति माह और केंद्रीय-राज्‍य कोटे के अंतर्गत लाभार्थियों को 3500 रूपये प्रति माह की सहायता और संबंधित राज्‍य सरकार से 500 रूपये की सहायता प्रतिमाह प्राप्‍त होती है। उन्‍होंने कहा कि इसके अलावा निम्‍न स्‍कीमों के अंतर्गत भी लोक कलाकारों सहित होनहार, विशिष्ट कलाकारों को वित्तीय सहायता दी जाती है जैसे-विभिन्‍न सांस्‍कृतिक क्षेत्रों में युवा कलाकारों को शिक्षावृत्ति, संस्‍कृति के क्षेत्र में विशिष्‍ट व्‍यक्तियों को अध्‍येतावृत्तियां।

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