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नई दिल्ली। डीएलएचएस-2 (2002-04) और डीएलएचएस 3 (2007-08) के अनुसार 3 वर्ष तक की आयु के बच्चों के घातक श्वसन संक्रमण में कमी आयी है। उपरोक्त दोनों सर्वेक्षणों के अनुसार सर्वेक्षण से पहले के दो सप्ताहों के दौरान 166 और 11.4 प्रतिशत बच्चों में घातक श्वसन संक्रमण के लक्षण पाए गए हैं। प्रजनन तथा बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं को प्रसव पूर्व तथा बाल रोगों के समेकित प्रबंधन में प्रशिक्षण दिया जा रहा है, ताकि उनमें श्वास रोगों और घातक श्वसन संक्रमण संबंधी सभी रोगों की चिकित्सा की कार्य कुशलता का विकास हो सके। इसके अतिरिक्त श्वसन रोगों सहित घातक श्वसन संक्रमण संबंधी रोगों की चिकित्सा के आवश्यक औषधियां उपलब्ध कराए जाने के लिए राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत निवेश की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है, ताकि स्वास्थ्य केंद्रों इलाज कराने वाले बच्चों का आवश्यक औषधियां निशुल्क उपलब्ध करायी जा सकें।