स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
जबलपुर। आयुद्ध कारखाना बोर्ड ने आयुद्ध कारखानों में आग, विस्फोट की सभी घटनाओं का संज्ञान लिया है और इस प्रकार की घटनाएं दोबारा घटित न हो इसके लिए सुरक्षात्मक कदम उठाए गए हैं। जबलपुर में खमरिया आयुद्ध कारखाने में पिछले दो वर्षों के दौरान आग, विस्फोट की कोई घटना नहीं हुई है। अधिकांश मामलों में यह पाया गया कि दुर्घटना का संभावित कारण या तो उपकरण में यांत्रिक खराबी थी अथवा उस समय संबंधित व्यक्ति के सुरक्षा मानकों को नहीं अपनाया गया।
जांच बोर्ड के सुझाए गए सभी प्रतिकारक कदमों को निर्धारित समयावधि के भीतर प्राधिकृत अधिकारी की मंजूरी मिलने के उपरांत अपनाया जा रहा है। इस प्रकार की घटनाएं दोबारा न हो इसलिए आवश्यक सुरक्षा अंकेक्षण भी किया जा रहा है। कर्मचारियों को सीएफईईएस (अग्नि, विस्फोटक और पर्यावरणीय सुरक्षा केंद्र) नई दिल्ली के नियमित और निरंतर आधार पर आग से निपटने के लिए पर्याप्त प्रशिक्षण दिया जाता है। अधिकारियों को चेन्नई, कोलकाता, कानपुर और फरीदाबाद में आरएलआई (क्षेत्रीय श्रम संस्थान) और मुंबई में सीएलआई (केंद्रीय श्रम संस्थान) की संचालित एक वर्षीय डीआईएस (औद्योगिक सुरक्षा में डिप्लोमा) के लिए प्रतिनियुक्त किया जाता है। वर्तमान में आयुद्ध कारखाना बोर्ड में 67 अधिकारियों के पास औद्योगिक सुरक्षा में डिप्लोमा है। रक्षा राज्य मंत्री एमएम पल्लम राजू ने सोमवार को लोकसभा में एक लिखित उत्तर में रमा देवी, अंजन कुमार एम यादव और राकेश सिंह को यह जानकारी दी।