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लखनऊ।लखनऊ पश्चिम विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी अमित पुरी के चुनाव प्रचार में तेजी दिखने लगी है। भाजपा को जिताने की अपील के साथ-साथ लखनऊ के पार्क, तालाबों, फुटपाथों की ज़मीने कब्जाने और बेचने वालों की भी चर्चा हो रही है। जनसंपर्क में कई मौकों पर अमित पुरी ने कहा भी कि जिन्होंने लखनऊ का मेयर रहते हुए ऐतिहासिक झण्डेवाला पार्क बेचने का कार्य किया वह लखनऊ का दोस्त बनकर लोकसभा चुनाव में वोट मांग रहे थे। बात-बात पर मिठाई, सिवईं, टिफिन बांटने का कार्य करने वाले बसपा नेता अखिलेश दास, लोकसभा चुनाव के बाद से लखनऊ की सड़कों पर नज़र नहीं आ रहे हैं जबकि लखनऊ की जनता को भी उनकी तलाश है। ये बातें अमित पुरी ने जनता के सवालों और जिज्ञासाओं के प्रति उत्तर में बोलीं क्योंकि उन्होंने झंडे वाला पार्क के मामले को सुप्रीम कोर्ट तक उठाया था जिसमे कई भू-माफिया बेनकाब हुए थे। बहरहाल इस उपचुनाव में अमित पुरी को मतदाताओं के बीच में काफी अनुकूलता नजर आ रही है।
अमित पुरी ने वैसे अटल बिहारी वाजपेयी और लालजी टंडन की ही तरह ही जनता के बीच में विकास कार्यों को चुनावी मुद्दा बनाया है। अपने जनसंपर्क में वे लोगों से आत्मीयता से मिलकर विकास कार्यों की ही ज्यादा चर्चा कर रहे हैं और क्षेत्रीय समस्याओं को सुन रहे हैं। लोगों को उन पर यकीन हो रहा है कि वे ऐसे मामलों में एक गंभीर और विश्वसनीय जन प्रतिनिधि साबित होंगे क्योंकि लखनऊ की जनता के सामने झंडे वाला पार्क की लड़ाई को सफलता पूर्वक लड़ने का एक बड़ा उदाहरण मौजूद है इसलिए विधायक बनने के बाद उनके पास क्षेत्र के विकास के असीमित विकल्प होंगे और वे लोगों की समस्याओं को काफी हद तक हल करने में दिलचस्पी लेंगे। तर्क दिया जा रहा है कि भाजपा का सामान्य कार्यकर्ता रहते हुए भी जिसने जनता की बड़ी लड़ाई लड़ी और जो जन सामान्य के लिए निस्वार्थ भाव से संघर्ष करता आ रहा है वह एक अधिकार मिलने पर जनता की भलाई के लिए जरूर काम करेगा।
उपचुनाव में और भी प्रत्याशी मैदान में हैं लेकिन अमित पुरी के बारे में लोगों की अलग ही और सकारात्मक राय है। कहने वाले कह रहे हैं कि डॉ दिनेश शर्मा को लखनऊ का मेयर बनाने का जनता का प्रयोग काफी सफल रहा है, वे लखनऊ के विकास और जन समस्याओं के निराकरण के लिए जन आकांक्षाओं के अनुरूप काम कर रहे हैं। अमित पुरी भी इसी श्रेणी में आते हैं और यदि लखनऊ पश्चिम की जनता उन्हें अवसर देती है तो वह भी इसी प्रकार से कार्य करेंगे। जनसंपर्क में अमित पुरी को जिस प्रकार का समर्थन मिल रहा है उसमे उनसे उम्मीदे भी काफी की जा रही हैं। युवाओं में उनके प्रति काफी सहानुभूति दिख रही है जिसका कारण उनका एक जुझारू युवा राजनीतिज्ञ होने के साथ-साथ एक व्यवहारिक सामाजिक कार्यकर्ता और एक शिक्षक होना भी है। देखना है कि उनकी कार्यशैली का इस उपचुनाव में जनता क्या उत्तर देती है।
अमित पुरी लगातार अपना जनसंपर्क कर रहे हैं उन्होंने भाजपा के प्रमुख नेताओं के साथ लखनऊ पश्चिम के कई इलाकों में संपर्क किया। पूर्व पार्षद अशोक मिश्रा, पार्षद संजय मिश्रा, सुरेश अवस्थी, अनूप वाजपेयी, कमलेश्वर सिंह, अतुल वाजपेयी, पंकज शुक्ला, मुन्ना वाजपेयी के साथ पाण्डेय टोला, मेंहदी टोला, दयालकोर्ट में जनसंपर्क कर भाजपा के पक्ष में मतदान करने की अपील की। उधर तारावती शुक्ला, प्रभा यादव, पार्वती सेठ, मीना पवार, गीता यादव के साथ अलीगंज सेक्टर-बी, डीएस कालोनी, चौधरी टोला, पुरनिया, सेक्टर-डी में जनसम्पर्क किया। यहां कई जगहों पर उनका फूल मालाओं से स्वागत हुआ। अमित पुरी की चुनावी रणनीति के सम्बन्ध में एक बैठक राहुल आटो कपूरथला, अलीगंज में चुनाव प्रभारी जयप्रकाश चतुर्वेदी की अध्यक्षता में हुई। बैठक में वार्डो में पदयात्रा कर भाजपा प्रत्याशी के समर्थन में जनसमर्थन जुटाने और विकास को मुख्य मुद्दा बनाकर चुनाव प्रचार करने का निर्णय लिया गया। कार्यकर्ताओं ने कहा कि यहां भाजपा जनहित के मुद्दो पर सभी विरोधी दलों को घेरने का कार्य करेगी। बैठक में राज्यसभा सदस्य कुसुम राय, चुनाव संयोजक सुरेश श्रीवास्तव, अवध क्षेत्र अध्यक्ष जयपाल सिंह, पूर्व महापौर एससी राय, पूर्व अध्यक्ष राजेन्द्र तिवारी, नगर महामंत्री मान सिंह, राजीव मिश्रा, पार्षद गिरीश सिंह, मुन्ना मिश्रा, सुरेश अवस्थी, अन्नू मिश्रा, रमेश कपूर बाबा सहित अनेको कार्यकर्ता उपस्थित थे।