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नई दिल्ली। पर्यटन मंत्रालय में राज्यमंत्री सुल्तान अहमद ने लोकसभा में बताया कि पर्यटन परियोजनाओं का संवर्धन एवं विकास मुख्य रूप से राज्य सरकारों/केंद्र शासित प्रशासनों से किया जाता है इसलिए, पर्यटन मंत्रालय राज्य सरकार/केंद्र शासित प्रशासन के साथ परामर्श से प्रारूप प्रदत्त परियोजनाओं के लिए, निधियों की उपलब्धता और विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत दिशा-निर्देशों के अनुपालन की शर्त पर केंद्रीय वित्तीय सहायता प्रदान करता है। झारखंड सरकार की मुहैया कराई गई जानकारी के अनुसार वन विहार, बेतला और यूथ हॉस्टल नामक मौजूदा पर्यटक परिसरों के अतिरिक्त वर्ष 2011-12 में टूरिस्ट प्लाजा और जंगल हट नामक दो अन्य सुविधाओं को भी जोड़ा गया है। नई सुविधाओं के साथ-साथ मौजूदा सुविधाएं पर्यटकों की वर्तमान संख्या की जरूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त हैं।