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लखनऊ। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि आने वाले समय में राज्य सरकार संसाधनों का प्रबंध कर ग़रीबों के लिए, गंभीर बीमारियों के इलाज की मुफ्त व्यवस्था करेगी। उन्होंने कहा कि रोगों के मामले में ग़रीबों एवं अमीरों में कोई अंतर नहीं होता, क्योंकि गंभीर रोग ग़रीब एवं अमीर को समान रूप से प्रभावित करते हैं एवं उनके इलाज का तरीका भी एक ही तरह का होता है, परंतु दोनों वर्गों के संसाधनों में काफी अंतर होने के कारण ग़रीब आवश्यक धनराशि की व्यवस्था नहीं कर पाता, इसलिए वह अधिक प्रभावित होता है।
मुख्यमंत्री बुधवार विश्व गुर्दा दिवस के अवसर पर स्थानीय केडी सिंह बाबू स्टेडियम में संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान एसजीपीजीआई के तत्वावधान में आयोजित जागरूकता रैली को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने झंडी दिखाकर विश्व गुर्दा दिवस जागरूकता रैली को रवाना भी किया। अखिलेश यादव ने गुर्दा रोग जैसी गंभीर बीमारियों की चर्चा करते हुए कहा कि महंगे इलाज वाली ऐसी बीमारियों से बचाव के लिए लोगों को जागरूक किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जागरूकता फैलाने से लोग गंभीर बीमारियों से बचने के लिए अपने स्तर से एहतियात बरतने लगते हैं। उन्होंने एसजीपीजीआई में गुर्दा एवं अन्य गंभीर बीमारियों के इलाज की प्रशंसा करते हुए कहा कि जब लोगों की तकलीफों को चिकित्सक दूर कर देते हैं तो व्यक्ति चिकित्सक को ही भगवान मानने लगता है। उन्होंने कहा कि चिकित्सा एक ऐसा पेशा है, जिसमें चिकित्सक रात-दिन कार्य करने के लिए तैयार रहते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सपा की पूर्व सरकार ने भी प्रदेश की ग़रीब जनता के बेहतर एवं मुफ्त इलाज के लिए कई कदम उठाए थे, जिन्हें पिछली सरकार ने बदल दिया। उन्होंने कहा कि इसी कड़ी में कई मेडिकल कालेज स्थापित करने का निर्णय भी लिया गया था, जिसमें कुछ मेडिकल कालेज तो बन गए लेकिन अभी भी कुछ बनने बाकी हैं। उन्होंने सैफई इटावा में स्थापित उत्तर प्रदेश ग्रामीण आयुर्विज्ञान एवं अनुसंधान संस्थान का उल्लेख करते हुए कहा कि इस संस्थान को लेकर उनकी पार्टी की सरकार की आलोचना की जाती रही है लेकिन अलोचना करने वालों को शायद यह पता नहीं है कि वहां न केवल सैफई बल्कि अन्य दूर दराज के क्षेत्रों एवं दूसरे प्रदेशों से आये रोगियों की गंभीर बीमारियों का इलाज मात्र 35 रुपये में किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में गंभीर बीमारियों का अच्छा एवं सस्ता इलाज उपलब्ध कराने के लिए राज्य सरकार आवश्यक व्यवस्था करेगी।
इससे पहले चिकित्सा एवं स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री अहमद हसन ने कहा कि युवा मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में स्वास्थ्य विभाग ग्रामीण एवं दूर दराज के क्षेत्रों में भी ग़रीबों के लिए मुफ्त एवं सस्ते इलाज के लिए पूरा प्रयास करेगा। मुख्यमंत्री एवं अन्य अतिथियों का स्वागत करते हुए एसजीपीजीआई के निदेशक प्रोफेसर आरके शर्मा ने लोगों से अपील की कि मृत्यु के बाद अपने संबंधियों का गुर्दा दान कराएं ताकि इस बीमारी से प्रभावित रोगियों के प्रत्यारोपण के लिए गुर्दा की उपलब्धता हो सके। कार्यक्रम में विधायक रविदास मेहरोत्रा, चिकित्सक, शिक्षकगण, विद्यार्थी और समाजसेवी उपस्थित थे।