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नई दिल्ली। लैंगिक समानता बढ़ाने और महिला एवं बच्चों के अधिकारों को मज़बूती प्रदान करने के लिए भारत और ब्राज़ील ने एक संयुक्त बयान पर हस्ताक्षर किए। इस बयान के मुताबिक दोनों देश सहमति पत्र या समझौते को बनाने के लिए कार्य करेंगे। इसमें लैंगिक समानता बढ़ाने तथा महिला और बच्चों के अधिकारों को मज़बूती प्रदान करने से संबंधित कई मुद्दों पर विचार किया जाएगा।
इस संबंध में एक द्विपक्षीय संयुक्त कार्य समूह (जेडब्ल्यूजी) गठित किया जाएगा। इस समूह की अध्यक्षता भारत के महिला और बाल विकास मंत्रालय तथा ब्राज़ील के संघीय गणराज्य के महिलाओं के लिए नीति सचिवालय के प्रतिनिधि करेंगे। इसमें अन्य मंत्रालयों, विभागों तथा संगठनों के प्रतिनिधि भी सम्मिलित होंगे। इस बयान की घोषणा होने के नब्बे दिनों के भीतर संयुक्त कार्य समूह के विवरणों पर कार्य होगा तथा वैकल्पिक रूप से दोनों देशों में इसके संबंध में बैठक होगी। पहली गतिविधि के तहत जेडब्ल्यूजी में एक कार्य योजना होगी, जिसमें विभिन्न स्तरों पर कार्यों का विवरण होगा। इसका उद्देश्य कई लक्ष्यों को प्राप्त करना है।
महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना, समावेशी शिक्षा, बच्चों के अधिकारों को मज़बूती प्रदान करना, राजनीतिक नेतृत्व सहित शक्ति और निर्णय लेने की प्रक्रिया में महिलाओं की भागीदारी, कार्य स्थलों में महिलाओं को समान दर्जा देना, महिलाओं तथा किशोरों का कौशल विकास, महिलाओं तथा बच्चो के हालात तथा संपूर्ण स्वास्थ्य में सुधार, महिलाओं के प्रति भेद-भाव तथा हिंसा को समाप्त करना इस बयान की प्राथमिकताएं हैं। बयान पर भारत सरकार के महिला और बाल विकास मंत्रालय में सचिव नीला गंगाधरन तथा ब्राज़ील के विदेश मंत्रालय में अवर सचिव मारिया एडिलुज़ा ने नई दिल्ली में हस्ताक्षर किए।