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वंदेमातरम् विरोधियों पर राष्ट्रद्रोह लगे-भाजपा

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लखनऊ। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ रमापतिराम त्रिपाठी ने राष्ट्रगीत वंदेमातरम् के विरोध में देवबंद के फतवे का तीव्र प्रतिवाद किया है और कहा है कि राष्ट्रगीत का यह अपमान है जिसे भाजपा बर्दास्त नहीं करेगी। लिखित वक्तव्य में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने मांग की कि केन्द्रीय गृहमंत्री पी चिदम्बरम राष्ट्रगीत का विरोध करने वाले देवबंदी सम्मेलन में हिस्सा लेने न जाएं, राष्ट्रगीत का विरोध राष्ट्रविरोधी है और यह राष्ट्रद्रोह भी है। उन्होंने यह भी मांग की है कि वंदेमातरम् के विरोधियों पर राष्ट्रद्रोह का मुकदमा दर्ज होना चाहिए।
डॉ त्रिपाठी
ने कहा कि वंदेमातरम् स्वाधीनता संग्राम का मंत्र था। देश को आजाद कराने वाले सभी पूर्वजों और क्रान्तिकारियों का उद्घोष था। कांग्रेस 1896 ई से ही वंदेमातरम् गीत को गा रही है, तब कांग्रेस के अधिवेशनों में भी यह गाया जाता था, लेकिन आश्चर्य है कि केन्द्रीय मंत्री वंदेमातरम् और राष्ट्रगीत के विरोधी, इसी सम्मेलन में अतिथि बनने जा रहे हैं। केन्द्रीय मंत्री के कार्यक्रम से यह बात साफ हो गई है कि केन्द्र सरकार की वंदेमातरम् विरोधी तत्वों से खुली सांठ-गांठ है।
भाजपा
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि राष्ट्रविरोधी लोगों के साथ कांग्रेस की साझेदारी है, इसीलिये उनके मंसूबे बढ़े हैं। केन्द्रीय सत्ता की ताकत पाकर ही वे राष्ट्रगीत का विरोध कर रहे हैं। कांग्रेस ने थोक वोट बैंक के लोभ में ही यह अवैधानिक दोस्ती की है। कांग्रेस को राष्ट्रगीत वंदेमातरम् के विरोध की इस महत्वपूर्ण घटना पर अपना दृष्टिकोण साफ करना चाहिए साथ ही सपा और बसपा को भी राष्ट्रगीत के प्रश्न पर अपना नीतिगत विचार प्रकट करना चाहिए। भाजपा का दृष्टिकोण तो साफ है जिसमे भाजपा देवबंद के फतवे का खुलकर विरोध कर रही है और विरोध करेगी।
भाजपा
प्रदेश अध्यक्ष ने देवबंदी सम्मेलन में नक्सलियों को अपने साथ जोड़ने की अपील की निन्दा की है और कहा कि अवैध घोषित संगठनों को अपने साथ जोड़ने की अपील करना अलगाववाद है, ऐसी अपील से नक्सली गतिविधियों को ताकत मिलती है। डॉ त्रिपाठी ने कहा कि इस सम्मेलन का मकसद खतरनाक है लेकिन वोट बैंक के लोभ में राष्ट्रगीत सहित सभी प्रश्नों पर छद्म सेकुलरपंथी चुप्पी साधे हुए हैं।

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