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लखनऊ। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बुधवार को लखीमपुर खीरी में शारदा बैराज का निरीक्षण करते हुए शारदा नदी की सिल्ट की सफाई आवश्यकतानुसार कराये जाने और बाढ़ से बचाव के लिए अभी से युद्ध स्तर पर तैयारी करने के निर्देश दिए। उन्होंने बाढ़ से बचाव के लिए 18 करोड़ 77 लाख रूपये की परियोजनाएं मंजूर करते हुए कहा कि नदी पर स्पर भी बनवाये जाएंगे। मुख्यमंत्री ने शारदा नगर के निरीक्षण भवन में बाढ़ से संबंधित अधिकारियों की एक बैठक में बाढ़ राहत एवं बचाव कार्यों की समीक्षा की और अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने लखीमपुर खीरी के भ्रमण के दौरान भीरा पलिया रेलवे लाइन एवं परिसंपत्तियों की बाढ़ से सुरक्षा के लिए ग्राम दौलतापुर के निकट 5.74 करोड़ रुपये से कार्य कराये जाने की घोषणा की। इस परियोजना के तहत दो किलोमीटर लंबाई में ईसी बैग, जीईओ बैग का ऐप्रन बनाकर 35 परक्यूपाइन स्पर का निर्माण कराया जाएगा, इससे 108.62 हेक्टेयर कृषि योग्य भूमि और 254 कच्चे-पक्के मकान सुरक्षित हो जाएंगे। ग्राम गोविंदपुर के निकट 3.16 करोड़ रुपये की लागत से 1200 मीटर लंबाई में एप्रेन बनाकर 18 परक्यूपाइन का निर्माण कराये जाने की भी घोषणा की, इससे 300 हेक्टेयर कृषि भूमि और लगभग 3000 की आबादी को बाढ़ से सुरक्षा मिल सकेगी। भीरा रेलवे लाइन के निकट शारदा नदी में पूर्व निर्मित क्यूनेट की पुर्नस्थापना एवं स्पिल बंद करने के लिए 2.43 करोड़ रुपये की परियोजना की घोषणा और ग्राम सकेथू के पास शारदा नदी में स्पिल को बंद करने की परियोजना के लिए 7.44 करोड़ रुपये देने की घोषणा भी की। इस परियोजना से 477.68 हेक्टेयर कृषि भूमि 30 हजार की आबादी और लगभग 2100 कच्चे-पक्के मकानों की बाढ़ से सुरक्षा हो सकेगी।
अखिलेश यादव ने कहा कि बाढ़ राहत के लिए पांच स्टीमरों की व्यवस्था की जाएगी और कहा कि दुधवा नेशनल पार्क में पर्यटकों की सुविधा के लिए वहां के गेस्ट हाउस का उच्चीकरण कराया जाएगा। इसके अलावा दुधवा के पहुंच मार्ग और अंदरूनी मार्गों का सुदृढ़ीकरण एवं चौड़ीकरण भी कराया जाएगा। मुख्यमंत्री ने मीडिया प्रतिनिधियों से भी वार्ता की और कहा कि मूल्य समर्थन योजना के तहत गेहूं की खरीद का कार्य प्रदेश में 10 अप्रैल 2012 से शुरु हो जाएगा, जीईओ बैग का रैंडम निरीक्षण भी कराया जाएगा।
इस अवसर पर बड़ी संख्या में लोगों ने मुख्यमंत्री से मिलकर उन्हें अपनी समस्याओं से संबंधित प्रार्थना पत्र दिये जिनका उन्होंने समुचित निस्तारण कराने का आश्वासन दिया। मुख्यमंत्री के साथ सिंचाई एवं लोक निर्माण मंत्री शिवपाल सिंह यादव, राजस्व मंत्री अंबिका चौधरी, मुख्य सचिव जावेद उस्मानी, प्रमुख सचिव सिंचाई किशन सिंह आटोरिया, मंडलायुक्त प्रशांत त्रिवेदी, आईजी जोन सुभाष चंद्रा, जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश, प्रमुख अभियंता सिंचाई जयपाल सिंह सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। अखिलेश यादव ने विधायकों उत्कर्ष वर्मा, विनय तिवारी, सुनील कुमार भार्गव, राम सरन, पूर्व सांसद रवि प्रकाश वर्मा, पूर्व विधायक डॉ आरए उस्मानी, केजी पटेल आदि अन्य जनप्रतिनिधियों से भी मुलाकात कर उनसे क्षेत्र की समस्याओं और जनता की जरूरतों के संबंध में जानकारी प्राप्त की।