स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
नई दिल्ली। देश की प्रमुख मंडियों में पहुंच रहे कपास को लेकर कपड़ा मंत्रालय रोजाना स्तर पर निगरानी कर रहा है। हालांकि कपास की कीमत स्थिर है। कपास की औसत कीमत 4000 रूपए क्विंटल के आसपास है, जो तय एमएसपी कीमत 3100 रूपए प्रति क्विंटल से अधिक है। यह एमएसपी संचालन की जरूरत को नकारती है। कपड़ा क्षेत्र में घरेलू जरूरत के लिए कच्चे माल की आपूर्ति को सुरक्षित करने के लिए भारतीय कपास निगम (सीसीआई) की ओर व्यवसायिक संचालन अनिवार्य हो गया है।
भारतीय कपास निगम को व्यवसायिक संचालन के लिए बाजार में हस्तक्षेप करने का निर्देश दिया गया है कि वर्ष 2012-13 के नए कपास सत्र में बाजार में पहुंचने वाले कपास से 25 लाख कपास की गांठ का सुरक्षित भंडार तैयार किया जा सके। यह इस तथ्य के बाद जरूरी हो गया है कि मंदी के असर की वजह से कपड़ा मंत्रालय 15 दिन से अधिक का भंडार नहीं कर पा रहा है, जबकि 60 लाख कपास की गांठ अनिवार्य भंडार के रूप में रखने की जरूरत है। आशा है कि सीसीआई वर्तमान बाजार मूल्य पर तकरीबन 10 लाख कपास की गांठ प्रति माह की खरीद अगले दो महीने तक करेगा। यह विचारार्थ फैसला बाजार में कीमत की स्थिरता को सुनिश्चित रखने के साथ ही घरेलू बाजार में उद्योगों के लिए कपास की उपलब्धता बनाए रखने के लिए लिया गया है। कल सीसीआई ने गुजरात की प्रमुख मंडियों से 4400 प्रति क्विंटल की दर से 11000 कपास की गांठ की खरीदारी की।