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देहरादून। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा ने सोमवार को केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री, एस जयपाल रेड्डी से मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने केंद्रीय मंत्री से उत्तराखंड में देहरादून, ऋषिकेश, हरिद्वार, हल्द्वानी, कांशीपुर तथा ऊधमसिंह नगर में वाहनों की बढ़ती संख्या से प्रदूषण को देखते हुए सीएनजी स्टेशन स्थापित किये जाने का अनुरोध किया। मुख्यमंत्री ने उन्हें बताया कि उत्तराखंड की पहचान देश-विदेश में इसके प्राकृतिक सौंदर्य के चलते है, जिस पर वाहनों से बढ़ते प्रदूषण से पर्यावरण पर गंभीर खतरा उत्पन्न होने की संभावना है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वाहन प्रदूषण न सिर्फ पर्यावरण, बल्कि स्थानीय निवासियों के स्वास्थ्य के लिए भी गंभीर समस्या है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड अपने प्राकृतिक तथा स्वच्छ वातावरण के चलते ही देशी-विदेशी पर्यटकों को आकर्षित करता रहा है, राज्य की इन प्राकृतिक धरोहरों को बचाने हेतु एक प्रारंभिक पहल के तौर पर राज्य में शुरुआती चरण में कम से कम 6 सीएनजी स्टेशन बनाये जाने आवश्यक हैं। मुख्यमंत्री ने राज्य के कैरोसीन कोटे में बढ़ोत्तरी किये जाने हेतु केंद्रीय मंत्री से अनुरोध किया तथा उन्हें बताया कि राज्य में आगामी चार धाम यात्रा सीजन प्रारंभ होने के कारण राज्य की कैरोसीन मांग में वृद्धि होगी, जबकि केंद्र सरकार ने पूर्व में ही राज्य के कोटे में कटौती कर दी है, जिसके चलते ईंधन के विकल्प के रुप में राज्य की वन संपदा को इससे नुकसान होने की संभावना है।
उन्होंने कहा कि राज्य की लगभग 52 प्रतिशत जनसंख्या तक गैस की उपलब्धता नहीं है, जिससे ऐसे परिवार मात्र कैरोसीन ईंधन पर निर्भर हैं। राज्य की ग्रामीण जनता को कैरोसीन के रूप र्में ईंधन उपलब्ध कराये जाने से जंगलों का नुकसान कम होगा तथा पर्यावरण भी नियंत्रित होगा। केंद्रीय मंत्री ने मुख्यमंत्री के पत्र पर सकारात्मक कार्यवाही किये जाने का आश्वासन दिया। इस अवसर पर उत्तराखंड के खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रीतम सिंह तथा अपर स्थानिक आयुक्त, एसडी शर्मा भी मौजूद थे।