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नई दिल्ली। कृषि, शिक्षा, स्वास्थ्य और ई-सुशासन में सूचना और संचार प्रोद्योगिकी की भूमिका पर दो दिन के विचार-विमर्श के बाद सूचना टेक्नोलॉजी मंच-2012 का समापन हो गया। इस मंच की बैठक के दूसरे दिन बुधवार को मंच का पूर्ण अधिवेशन हुआ, जिसमें अन्य लोगों के अलावा संचार विभाग, संचार एवं सूचना टेक्नोलॉजी मंत्रालय के सचिव आर चंद्रशेखर ने इस बात की जरूरत बताई कि सरकार को सोशल मीडिया के साथ लगातार संपर्क में रहना चाहिए। विश्व सूचना और संचार प्रोद्योगिकी टेक्नोलॉजी मंच-2013 अब पैरागुआ में आयोजित किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि सरकार ने वेब मीडिया की रूपरेखा का एक मसौदा तैयार किया है। उन्होंने सामाजिक तंत्रीकरण (सोशल नेटवर्किंग) के महत्व पर बल देत हुए कहा कि नरेगा, खाद्य सुरक्षा विधेयक जैसे कार्यक्रम और ई-सुशासन संबंधी परियोजनाओं के मामले में जरूरी है कि सरकार जनता के साथ सलाह-मशविरा करे, यही वह संदर्भ है, जब सरकार सोशल मीडिया की ताकत से लाभ उठा सकती है। दि्वतीय पूर्ण अधिवेशन का विषय था-विकास के लिए आईसीटी। इसके बारे में इलेक्ट्रानिक्स और आईटी विभाग के सचिव जेएस सत्यनारायण ने कहा कि आईसीटी को राज्य और राष्ट्रीय स्तरों पर संस्थागत बनाना महत्वपूर्ण है। विश्व सूचना टेक्नोलॉजी मंच-2012 के समापन समारोह में सत्यनारायण ने विटफोर के छठे संस्करण को पैरागुए से आए हुए प्रोफेसर बैंजामिन बारन को सौंप दिया।