रूसेन कुमार
रायगढ़। आप विश्व के किसी भी कोने में बैठें हों, अब आप घर बैठे हिंदी टाइपिंग करना सीख सकते हैं। इतना ही नहीं आप अपनी टाइपिंग करने की गति परख भी सकते हैं। दरअसल राजनांदगांव के दो युवाओं भावेश और मनीष राठौर ने मिलकर एक ऐसा साफ्टवेयर बनाया है, जिसकी सहायता से हिंदी कंप्यूटर टाइपिंग आसानी से सीखा जा सकता है। उनके इस इनोवेशन ने उन युवाओं की जिंदगी में एक नई आशा जगा दी है, जो हिंदी क्षेत्र में रोज़गार के अवसर की तलाश कर रहे हैं। वेबसाइट का नाम है-http://www.typingexpert.in जो ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों ही रूपों में उपलब्ध है।
हिंदी क्षेत्र अब रोज़गार की व्यापक संभावनाएं लेकर आ रहा है। हिंदी विश्व की सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषा है और इंटरनेट की दुनिया में हिंदी ने अपनी समृद्ध अध्ययन सामग्री के दम पर नए आयाम और तरक्की के रास्ते स्थापित किए हैं। हिंदी तेजी से विकसित होने वाली भाषा है। विकसित किया गया यह साफ्टवेयर देश में अपनी तरह के कई दृष्टिकोणों से अनोखा है, जिसने ऑनलाइन हिंदी टाइपिंग करने की राह आसान कर दी है। इंडिया सीएसआर के डायरेक्टर रूसेन कुमार पिछले दिनों भावेश और मनीष राठौर से मिलने तथा उनके इस इनोवेशन को देखने राजनांदगांव गए हुए थे।
सरकारी और गैर-सरकारी ऑफिस में कंप्यूटर ने आज अपनी मजबूत पकड़ बना रखी है। टाइपराइटर का उपयोग तो लगभग बंद ही हो गया है। इसकी जगह कंप्यूटर टाइपिंग ने ले ली है, जिससे सभी कार्य कंप्यूटर में होने लगे हैं। मनीष राठौर कहते हैं कि उनकी कंपनी आईकोलैब साप्टवेयर ने यह एक ऐसा साफ्टवेयर तैयार किया है, जिसका उपयोग वेबसाइट से ऑनलाइन हिंदी एवं अंग्रेजी टाइपिंग सीखने में किया जा सकेगा। भावेश का कहना है कि हिंदी कंप्यूटर टाइपिंग सीखने का यह भारत में पहला ऑनलाइन साफ्टवेयर है, जिससे हिंदी में काम करने वाले टाइपिंग सीखने एवं अपनी टाइपिंग की गति बढ़ाने का अभ्यास कर सकते हैं। इस साफ्टवेयर में कई अभ्यास दिए गए हैं। हर अभ्यास के अंदर और दस अभ्यास दिए गए हैं। ये अभ्यास कम से कम छः माह तक करने से टाइपिंग कार्य सरलता पूर्वक किया जा सकता है।
भावेश ने बताया कि ये साफ्टवेयर ऑनलाइन एवं ऑफलाइन दोनों में उपलब्ध कराया गया है। साफ्टवेयर को और ज्यादा सरल बनाने की उनकी कंपनी की कोशिश जारी है। उम्मीद की जाती है कि इस साफ्टवेयर से हिंदी भाषा और भी फलेगी-फूलेगी और हिंदी जानने और सीखने वालों के लिए यह नई सुविधा बन जाएगी। आईकोलैब, सरकारी एवं गैर-सरकारी विभाग में भी टाइपिंग स्पीड सर्टिफिकेशन का काम करती है। हर परीक्षार्थी को एक यूनिक नंबर दिया जाता है, जो हमेशा के लिये उस परिक्षार्थी के लिए ही होता है। कंप्यूटर टाइपिंग में 5000-6000-8000 गति प्रति घंटा होनी चाहिए तो यह गति कैसे पता चलेगी? इसके लिए पिछले 8 माह से आईकोलैब कंपनी परीक्षा आयोजित करती आ रही है। कंपनी अपनी वेबसाइट पर ऑनलाईन सर्टिफिकेट उपलब्ध कराती है। इस प्रकार की और बहुत सारी सुविधाएं इस अनोखे साफ्टवेयर में हैं।