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लखनऊ। डेयरी को लघु उद्योग का दर्जा दिया जाएगा, ताकि दुग्ध उत्पादकता बढ़े और दुग्ध किसानों की आय में इजाफा हो। पराग उत्पादनों की गुणवत्ता बरकरार रख दुग्ध उत्पादक तथा उपभोक्ता दोनों के हितों का सरकार ध्यान रखेगी। सुल्तानपुर रोड़ पर 5 लाख लीटर प्रतिदिन क्षमता का डेयरी प्लांट स्थापित होगा, जिससे सूखा दूध, आइस क्रीम, घी, पनीर आदि के उत्पाद बनेंगे। फतेहपुर, आगरा तथा मथुरा के दुग्ध संघों को पुनर्जीवित करने के लिए 5.5 करोड़ रूपये दिये गये हैं और शेष बंद पड़े 4 संघों को भी धनराशि शीघ्र दी जाएगी, सरकार के निर्णयों एवं कार्यों का प्रभाव 5 से 6 माह में दिखने लगेगा।
ये बातें दुग्ध विकास राज्य मंत्री राममूर्ति वर्मा ने लोहिया पथ पर जलपान गृह में पराग पार्लर के शुभारंभ के अवसर पर कहीं। उन्होंने कहा कि विधान सभा के सामने तथा आईआईएम में इसी तरह का मिल्क पार्लर खोला जाएगा। प्रदेश के सभी बड़े शहरों में विकास प्राधिकरणों के सहयोग से पराग पार्लर खोले जाएंगे। पराग के कार्मिकों को व्यवसायिक दृष्टिकोण अपनाना होगा, दुग्ध किसानों तथा कार्मिकों की समस्याओं का हल निकाला जाएगा। इस मौके पर मौजूद पूर्व विधायक जयशंकर पांडेय ने कहा कि दुग्ध उत्पादन के क्षेत्र में अच्छे कामों से ग्रामीणों की आय बढ़ेगी। पराग के अध्यक्ष गणेश शंकर वर्मा ने कहा कि इस पार्लर से लखनऊ दुग्ध संघ की आय में इजाफा होगा। प्रमुख सचिव बीपी नीलरत्न, महाप्रबंधक एसके प्रसाद और विभागीय अधिकारी, कर्मचारी, दुग्ध किसान एवं उपभोक्ता पार्लर पर मौजूद थे।