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सपा ने नकारात्मक राजनीति में अपनी सीटें गंवाईं- मायावती

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मायावती-mayawati

लखनऊ।बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं मुख्यमंत्री मायावती ने कहा है कि प्रदेश में विधान सभा के उपचुनाव में बीएसपी उम्मीदवारों की ग्यारह में से नौ सीटों पर भारी मतों से हुई शानदार जीत ने यह साबित कर दिया है कि प्रदेश की आम जनता का बीएसपी की सरकार की सर्वजन हिताय एवं सर्वजन सुखाय की नीतियों पर पूरा भरोसा है, जिसके चलते पार्टी को भारी सफलता मिली है। उन्होंने पार्टी की इस सफलता के लिए प्रदेश की जनता को बधाई दी है और उनका तहे दिल से आभार व्यक्त किया है।
मायावती ने एक बयान में कहा है कि अगस्त 2009 में सम्पन्न विधानसभा उपचुनाव के नतीजों और इस माह हुए विधानसभा उप चुनावों के नतीजों ने पुनः साबित कर दिया है कि बीएसपी को प्रदेश में सर्वसमाज का समर्थन प्राप्त है। उन्होंने कहा कि उपचुनावों के नतीजों ने विपक्षी दलों की कलई खोल दी है, जो कि बीएसपी सरकार पर लगातार अनर्गल तथा बेबुनियाद आरोप लगाते रहते हैं और इस प्रकार जनता को गुमराह करने की कोशिश करते रहते हैं। उन्होंने कहा कि इन परिणामों ने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि प्रदेश की जनता ने सभी विपक्षी पार्टियों, खासकर सपा और बीजेपी को पूरी तरह नकार दिया है।
मायावती ने कहा कि वर्ष 2007 में हुए विधान सभा के आम चुनाव में बीएसपी के पास ललितपुर की एकमात्र सीट थी, परन्तु इस उपचुनाव में उसे आठ सीटों का इजाफा हुआ है। उन्होंने कहा कि लखनऊ पश्चिम में बीएसपी के प्रत्याशी की जीत सुनिश्चित देखते हुए बीजेपी ने अपने वोट कांग्रेस प्रत्याशी को डायवर्ट करवा दिये। इस प्रकार बीजेपी ने कांग्रेस प्रत्याशी को जिता दिया। वर्ष 2007 के चुनाव में बीजेपी प्रत्याशी लालजी टंडन को 43290 मत मिले थे और बीएसपी प्रत्याशी को 24436 मत मिले थे, जो तीसरे स्थान पर था। उन्होंने कहा कि इसी तरह वाराणसी में अपना दल के साथ सांठ-गांठ कर और उसे उकसाकर बीजेपी ने ब्राह्मण उम्मीदवार खड़ा करवा दिया, जिससे निर्दलीय उम्मीदवार अजय राय जीत गये। अजय राय बीजेपी के टिकट पर वर्ष 2007 में निर्वाचित हुये थे, जिन्हें 41935 वोट मिले थे और बीएसपी प्रत्याशी को 36979 वोट मिला था, जो दूसरे स्थान पर था।
मायावती ने कहा कि कांग्रेस के केन्द्रीय राज्य मंत्री की खाली की हुई सीट झांसी में भी बीएसपी प्रत्याशी की जीत हुई। इसी तरह पडरौना की सीट केन्द्रीय राज्य मंत्री की रिक्त सीट पर प्रदेश के बीएसपी अध्यक्ष स्वामी प्रसाद मौर्य ने भारी मतों से कांग्रेस प्रत्याशी को हराकर जीत दर्ज की है। मायावती ने कहा कि जहां तक फिरोजाबाद संसदीय सीट का सवाल है, वहां कांग्रेस की जीत वास्तव में सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव के परिवारवाद और वंशवाद के प्रति जनता के गहन आक्रोश का परिणाम है। उन्होंने कहा कि यहां एक साजिश के तहत बीजेपी ने बीएसपी प्रत्याशी को हराने के लिए अपना वोट कांग्रेस को डायवर्ट करा दिया, जबकि 2009 में बीएसपी को फिरोजाबाद के संसदीय चुनाव में बीएसपी प्रत्याशी प्रो एसपी सिंह बघेल को 2,19,710 वोट मिले थे और वह दूसरे स्थान पर थे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस व बीजेपी शुरू से ही बीएसपी के खिलाफ साजिश करती रही है और लोकसभा चुनाव में भी बीएसपी को रोकने के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। दूसरी तरफ सपा की नकारात्मक राजनीति के प्रति जनता के आक्रोश का यह परिणाम है कि उसको वर्षों से अपनी परम्परागत भरथना सीट भी गंवानी पड़ी और सपा इटावा की सीट भी हार गई।
मायावती ने कहा कि लोक सभा चुनाव के बाद उन्होंने बीएसपी कैडर के सामने लोकसभा चुनावों की पूरी सच्चाई सामने रखते हुए बताया था कि किस तरह से कांग्रेस, सपा और बीजेपी ने मिलकर एक दलित की बेटी को देश का प्रधानमंत्री बनने से रोकने के लिए ही अन्दरूनी तौर पर मिलीभगत करके लोकसभा चुनाव लड़ा था, जिसके चलते बीएसपी का वोट प्रतिशत इन पार्टियों की तुलना में बहुत अधिक होने के बावजूद उसे उम्मीदों से कम सीटें मिलीं। उन्होंने कहा कि पार्टी कैडर ने इन सब तथ्यों को बेहद गम्भीरता से लेते हुए आगे होने वाले उप चुनावों में जनता के बीच जाकर इन सारी बातों को मजबूती से रखने का निर्णय लिया था, जिससे कि भविष्य में यह विरोधी पार्टियां अपनी साजिश मे उस हद तक कामयाब न हो सकें।
मायावती ने इस बात पर प्रसन्नता जाहिर की है कि बीएसपी के पदाधिकारियों एवं कैडर ने उनसे किए गए वायदों को पूरा किया है और सब ने रात-दिन एक करके पूरी मेहनत से विधान सभा उप चुनावो में पार्टी को भारी सफलता दिलाकर विरोधी पार्टियों के मन्सूबों को नाकाम कर दिया है। उन्होंने पार्टी के सांसदों, विधायकों, मन्त्रियों, को-आर्डिनेटरों तथा छोटे-बड़े तमाम पार्टी कार्यकर्ताओं का शुक्रिया अदा किया है, जिन्होंने उनके दिशा-निर्देशन में दिन-रात मेहनत करके बीएसपी प्रत्याशियों को ग्यारह में से नौ सीटों पर भारी मतों से सफलता दिलाई है।

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