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लखनऊ। सीएसआईआर-राष्ट्रीय वनस्पति अनुसंधान संस्थान लखनऊ ने‘आशा आवा स्कूल, करियप्पा मार्ग, कैंट लखनऊ में दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया, जो जैव प्रौद्योगिकी (बायोटेक्नोलोजी) विभाग नई दिल्ली से वित्त-पोषित है। एनबीआरआई के निदेशक डॉ चंद्र शेखर नौटियाल के निर्देशानुसार इस कार्यक्रम में मंदित तथा कम श्रवण क्षमता वाले विद्यार्थियों ने सुखाये गये फूलों से उपहार में दी जाने वाली वस्तुएं तथा कार्ड आदि बनाना सीखा। यह रोजगारपरक है तथा भविष्य में उन्हें आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर भी बनाएगा। करीब 50 से ऊपर बच्चों तथा टीचर्स ने कार्यक्रम में सहभागिता की तथा मन लगाकर यह तकनीक सीखने की इच्छा जताई।
संस्थान के कार्यकारी निदेशक डॉ एसएन सिंह ने प्रतिभागियों को संबोधित कर इस कार्यक्रम के आयोजित किये जाने की तथा विद्यार्थियों की सराहना की। वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ जेके जौहरी ने संस्थान के इसी प्रकार के कार्यक्रमों के विषय में चर्चा की। यह कार्यक्रम एक पर्यावरण तथा साहित्य के प्रति समर्पित संस्था ‘शाश्वत जिज्ञासा’ के सहयोग से किया गया। इसमें सितांशु कुमार तथा सहयोगियों ने तन-मन से भाग लिया। डीबीटी प्रोजेक्ट की इंवेस्टिगेटर तथा एनबीआरआई की वैज्ञानिक डॉ कमला कुलश्रेष्ठ ने इस कार्यक्रम को तैयार किया तथा उसका संचालन भी किया।