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सांप्रदायिक तत्व अपने खेल में लगे-राजेंद्र चौधरी

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लखनऊ। समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने कहा है कि प्रदेश के मतदाताओं से ठुकराये जाने के बावजूद जातीय और सांप्रदायिक तत्व अपने खेल में लग गए हैं और अशांति तथा उन्माद फैलाने से बाज नहीं आ रहे हैं। संसदीय और लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं के जानकार किसी भी नई सरकार को कम से कम छह माह का समय तो देते ही हैं, लेकिन भाजपा नेतृत्व समाजवादी पार्टी की सरकार के प्रति पहले महीने से ही असंसदीय एवं अलोकतांत्रिक आचरण दिखाने लगा हैं।
उन्होंने कहा कि भाजपा की साध्वी उमा भारती स्वयं मध्य प्रदेश की मुख्यमंत्री रह चुकी हैं। उनका पहले ही दिन समाजवादी पार्टी सरकार पर आक्षेप करना कुछ अजीब लगता है, किसी ने उन्हें चुनौती नहीं दी, किंतु वे स्वयं अपने को कमजोर न समझने की धौंस देने लगी हैं। समाजवादी पार्टी लोकतांत्रिक व्यवस्था में निष्ठा रखती है, मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपने आचरण से साबित कर दिया है कि वे विपक्ष के प्रति भी सम्मानभाव रखते हैं, यह तो पिछली बसपा सरकार थी, जो रागद्वेष की भावना से बर्ताव करती थी, उस समय साध्वी चुप रहीं थी, अब जब प्रदेश में लोकतंत्र की हवा बह रही है, वे अनर्गल प्रलाप कर रही हैं।
भाजपा नेतृत्व ने सांप्रदायिकता उभारने के लिहाज से अल्पसंख्यकों के हित में समाजवादी पार्टी सरकार के कदमों की आलोचना कर संकुचित मनोवृत्ति का परिचय दिया है। समाजवादी पार्टी दलितों, वंचितों, अल्पसंख्यकों और गरीबों सबके हितों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। सच्चर कमेटी ने यह बात लिखी है कि मुस्लिमों की हालत दलितों से भी ज्यादा दयनीय है, समाजवादी पार्टी यदि उनकी स्थिति में सुधार के लिए कदम उठाती है तो इसमें एतराज क्यों होना चाहिए, यह भी समझ में नहीं आता कि भाजपा नेता अखिलेश यादव की लोकप्रियता और उनकी कार्यक्षमता से इतनी जल्दी क्यों घबराए हुए हैं? महीने भर में ही उनकी आलोचना भाजपा ने शुरू कर दी है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष को अमेरिका का भूत सताने लगा है, जबकि भाजपा अपनी अमरीका परस्ती का खुला प्रदर्शन अपने शासनकाल में कर चुकी है। इसलिए अमेरिका संबंधी कोई बयान जारी करने से पूर्व भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष को अपने राष्ट्रीय नेतृत्व से इस मामले में आवश्यक सलाह तथा अनुमति ले लेनी चाहिए थी।

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