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नई दिल्ली। रक्षा मंत्री एके अंटनी ने राजीव चंद्रशेखर के प्रश्न के लिखित उत्तर में बताया है कि कश्मीर घाटी में सोनमर्ग और डावर स्थित सेना के शिवर पर 22 फरवरी 2012 को क्रमश: 16.45 बजे और 21.15 बजे हुए हिमस्खलन के कारण सोनमर्ग में एक अधिकारी, एक जूनियर कमीशन अधिकारी (जेसीओ) और छ: अन्य रैंक (ओआर) अधिकारी दफन हो गए थे और संचार नेटवर्क तहस-नहस होने के साथ-साथ अन्य भारी क्षति उठानी पड़ी थी। गुरेज सेक्टर स्थित डावर गैरिजन में चार जेसीओ और 25 अन्य रैंक अधिकारी फंस गये थे। तुरंत शुरू किये गये बचाव कार्यों के परिणामस्वरूप सोनमर्ग में एक अधिकारी और चार अन्य रैंक अधिकारी तथा डावर में 13 व्यक्ति बचा लिए गए थे। हिमस्खलनों के बारे में विस्तृत मानक संचालन प्रक्रियाएं (एसओपी) सभी संघटनों में मौजूद हैं। हिमस्खलन और बुरे मौसम के कारण आकस्मिक घटनाओं को कम करने के लिए सेना के पास विशिष्ट उपकरणों के अलावा प्रशिक्षित दल भी हैं।