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नई दिल्ली। सार्क देशों के चुनाव प्रबंधन निकायों के प्रमुखों का तीसरा सम्मेलन शुरू हुआ। इस सम्मेलन का उद्घाटन भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त डॉ एसवाई कुरैशी ने किया। इस तीन दिवसीय सम्मेलन में मुख्य निर्वाचन क्षेत्रों के आयुक्तों और वरिष्ठ चुनाव अधिकारियों को चुनाव प्रशासन और प्रबंधन में सर्वोत्तम प्रयोगों को साझा करने के लिए एक आम मंच मिला है। चर्चा के कुछ महत्वपूर्ण विषय इस प्रकार हैं-चुनाव प्रबंधन निकायों का सशक्तिकरण, समावेशी चुनाव, मतदाता शिक्षा, चुनावों में पैसों की ताकत पर नियंत्रण, चुनावों के लिए लागत प्रभावी प्रौद्योगिकी आदि। चर्चा में सार्क चुनाव प्रबंधन निकायों के मंच को अंतिम आकार देने पर भी ध्यान दिया जाएगा, जिस पर इस्लामाबाद में हुए पिछले सम्मेलन में सहमति बनी थी।
अफगानिस्तान के स्वतंत्र चुनाव आयोग के अध्यक्ष फैज़ल अहमद मनावी, बंगलादेश के मुख्य चुनाव आयुक्त काज़ी रक्कीबुद्दीन अहमद, भूटान के मुख्य चुनाव आयुक्त दशो कुंजांग वांगड़ी, नेपाल के मुख्य चुनाव आयुक्त नील कांथा उप्रेती, मालदीव के आयुक्त इब्राहिम वाहिद, पाकिस्तान के निर्वाचन आयोग के सदस्य रोशन एस्सानी और श्रीलंका के चुनाव आयुक्त ने अपने प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे हैं। यूएनडीपी, सार्क सचिवालय और भूतपूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त जे लिंगदोह सम्मेलन में विशेष आमंत्रितगण के रूप में भाग ले रहे हैं।
सम्मेलन को संबोधित करते हुए मुख्य चुनाव आयुक्त डॉ एसवाई कुरैशी ने दक्षिण एशिया के चुनाव प्रबंधक, जोकि एक अरब से अधिक मतदातओं यानी कि पूरे लोकतांत्रिक विश्व का 60 से 70 प्रतिशत से संबंध रखते हैं, उनके सामने आने वाली आम चुनौतियों की ओर इशारा किया। उन्होंने कहा कि सार्क देशों के चुनाव आयोगों को चुनाव क्षेत्रों में नई समस्याओं से निपटने के लिए प्रगतिशील तरीके खोजने होंगे। कुरैशी ने कहा कि चुनाव प्रक्रिया में कटु राजनीतिक प्रतिस्पर्धा, पैसों का उपयोग और नागरिकों की उदासीनता नए तरीके और रणनीति के प्रयोग का आह्वान करती है। चुनाव आयुक्त वीएस संपत और एचएस ब्रह्मा ने सार्क निर्वाचक निकायों के बीच अनुभव और विशेषज्ञता के निरंतर आदान-प्रदान पर जोर दिया।
बंगलादेश ने मई 2010 में पहले सम्मेलन की मेजबानी की थी और दूसरा सम्मेलन पिछले वर्ष इस्लामाबाद में हुआ था। भारतीय निर्वाचन आयोग, दक्षिण एशियाई देशों के चुनाव प्रबंधन निकायों के सहयोग से काम करता है। हाल के सप्ताहों में अफगानिस्तान, मालदीव और भूटान के चुनाव आयोग के अधिकारियों ने इंडिया इंटरनेशनल इंस्टिटयूट ऑफ डेमोक्रेसी एंड इलेक्शन मैनेजमेंट (आईआईआईडीईएम) में प्रशिक्षण प्राप्त किया।