स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
देहरादून। मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा ने कहा है कि राज्य में पशुपालन विभाग को और अधिक मजबूत एवं सशक्त किया जायेगा। विश्व पशु चिकित्सा सप्ताह के अवसर पर उन्होंने प्रेरित किया कि पशुपालन से प्रदेश की आर्थिक स्थिति को मजबूत बनाया जाए, इसके लिए राज्य सरकार वचनबद्ध है, पशु चिकित्सक अपने दायित्वों को ईमानदारी से पालन करते हुए पशुपालकों की समस्याओं का समय से निस्तारण करें, पशुपालकों को नई तकनीक की भी जानकारियां दी जाएं, ताकि दुग्ध उत्पादन में वृद्धि हो। मुख्यमंत्री विश्व पशु चिकित्सा सप्ताह पर मंगलवार को आयोजित पशु चिकित्सा संघ के कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा ने कहा कि उत्तराखंड की विषम भौगोलिक परिस्थितियों में पशुपालन का विशेष महत्व है, पशुपालन व्यवसाय को प्रोत्साहित करने के लिए राज्य सरकार वचनबद्ध है, हमारा प्रयास है कि राज्य में दुग्ध व्यवसाय को प्रोत्साहित किया जाए, ताकि राज्य डेयरी उद्योग में एक आत्म निर्भर राज्य बन सके। उन्होंने अन्य देशों स्विटजरलैंड आदि का का उदाहरण देते हुए बताया कि यूरोप के कई देशों की आर्थिक प्रगति का मुख्य स्रोत केवल डेयरी उद्योग ही है। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास है कि पशुपालन को आय का प्रमुख स्रोत बनाया जाए, इससे पर्वतीय क्षेत्रों में पलायन रूकेगा और रोजगार के नये अवसर बनेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि पशुपालकों को पर्याप्त मात्रा में चारे की आपूर्ति हो, पशुओं के उपचार एवं दवाई की नियमित उपलब्धता भी सुनिश्चित की जाए।
विजय बहुगुणा ने कहा कि टिहरी झील को मत्स्य पालन क्षेत्र के रूप में विकसित किया जायेगा, इससे जहां रोजगार के अवसर बढ़ेंगे, वहीं राज्य की आय भी बढ़ेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार टिहरी झील के आस-पास के क्षेत्र को पर्यटक स्थल के रूप में विकसित करने के लिए कार्ययोजना तैयार कर रही है। पशु चिकित्सकों की नॉन प्रैक्टिस एलाउंस मांग का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने सचिव पशुपालन को निर्देश दिये कि अन्य राज्यों में पशु चिकित्सकों को दी जा रही सुविधाओं का अध्ययन कर रिपोर्ट प्रस्तुत करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें अपनी कार्य संस्कृति में बदलाव लाना होगा, हमारी मानसिकता राज्य के विकास में योगदान करने की होनी चाहिए, तभी राज्य का वास्तविक विकास होगा।
मुख्यमंत्री ने पशु चिकित्सा में उत्कृष्ठ कार्य करने वाले चिकित्सकों को सम्मानित भी किया। मुख्यमंत्री ने पिथौरागढ़ के डॉ लाल सिंह, चम्पावत के डॉ के चंद, अल्मोड़ा के डॉ विजय कापड़ी, नैनीताल के डॉ संजीव पंत, काशीपुर के डॉ योगेश अग्रवाल सहित अन्य चिकित्सकों को सम्मानित किया। सचिव पशुपालन अजय प्रद्योत ने कहा कि मुख्यमंत्री के कुशल मार्गदर्शन में प्रदेश विकास के पथ पर अग्रसर होगा, उन्होंने मुख्यमंत्री को पशुपालन विभाग में हो रहे कार्यों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पशुओं के नस्ल सुधार में विभाग ने कृत्रिम गर्भाधान से अच्छी प्रगति की है। इस अवसर पर अपर सचिव पशुपालन दमयन्ती दोहरे, निदेशक पशुपालन कमल सिंह, कांग्रेस नेता विवेकानंद सहित समस्त पशु चिकित्सा अधिकारी उपस्थित थे।