कैम्पस रिपोर्टर
लखनऊ। भातखंडे संगीतसम महाविद्यालय में मासिक संगीत संध्या का आयोजन हुआ जिसका विश्वविद्यालय की कुलपति श्रुति श्रडोलकर ने दीप जलाकर उद्घाटन किया। विश्वविद्यालय के बीपीए के छात्रों ने वायलन पर धुन बजाई-'ठुमक चलत रामचंद्र'। सारंगी वादन हुआ। इस अवसर पर देवयानी दत्ता ने राग बागेश्वरी में शास्त्रीय गायन किया और 'साजन ना आए'ठुमरी गाई। शास्त्रीय गायन मासिक संध्या का अंतिम कार्यक्रम था। कार्यक्रम में महाविद्यालय के विभागाध्यक्ष जयंत खोत, अध्यापकों और छात्रों ने भाग लिया। ज्ञातव्य है कि महाविद्यालय में इस समय शिक्षक और कर्मचारी हड़ताल पर भी हैं। छात्रों की पढ़ाई बाधित न हो इसलिए संगीत कक्षाएं महाविद्यालय प्रांगण में चलाई जा रही हैं।
भातखंडे में हड़ताल जारी
लखनऊ। भातखंडे संगीतसम महाविद्यालय में कर्मचारियों और शिक्षकों की हड़ताल से यहां का माहौल काफी अव्यवस्थित हो गया है। यहां कई दिनों से हड़ताल चल रही है। छात्रों का कहना है कि इस हड़ताल से उनका अभ्यास बाधित हो रहा है और सभी विषयों का पाठ्यक्रम पिछड़ गया है। यहां पर दो गुट हैं जिनमें एक हड़ताल पर है और दूसरा काम पर है। हड़ताली गुट की मांग है कि कुलपति श्रुति श्रडोलकर को हटाया जाए। विवाद दो कर्मचारियों को नौकरी से निकाले जाने पर हुआ जिसमें कुलपति का कहना है कि उनकी नियुक्ति नियम विरूद्ध थी। विश्वविद्यालय प्रशासन और कर्मचारी संघ आपस में भी झगड़ रहे हैं। कुछ छात्रों ने राज्यपाल को ज्ञापन भेजा है जोकि सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपा गया है।