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लखनऊ। उत्तर प्रदेश के चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री अहमद हसन ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मोहनलालगंज के आकस्मिक निरीक्षण के दौरान डॉ केएन आनंद, डॉ एम ताहिर, वरिष्ठ लिपिक सुशील सक्सेना तथा एएनएम नीलम तिवारी को निलंबित कर दिया। स्वास्थ्य मंत्री ने अधीक्षक डॉ केएन आनंद को अपने अधीनस्थों पर नियंत्रण शिथिल होने तथा अस्पताल की सफाई व्यवस्था एवं अस्पताल का सुचारू रूप से संचालन न होने के कारण निलंबित करने के आदेश दिये। डॉ एम ताहिर एवं वरिष्ठ लिपिक सुशील सक्सेना अनुपस्थित पाये गये, कोई अवकाश का आवेदन पत्र भी नहीं था। एएनएम नीलम तिवारी को टीकाकरण कार्ड न बनाये जाने के कारण निलंबित किया गया है।
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि महिला चिकित्सा डॉ वरीजा सेठ की अलमारी में प्राइवेट दवाओं के सैंपल तथा कमरे में गंदगी पाये जाने के कारण उन्हें हटा दिया गया है। अस्पताल के मुख्य द्वार पर टोल फ्री नंबर अंकित न होने, परीक्षण टेबुल पर चादरें अत्यन्त गंदी होने, फर्श पर गंदगी तथा दीवारों पर पान के पीक पड़े होने पर स्वास्थ्य मंत्री ने कड़ी नाराजगी जताई और अस्पताल कर्मियों को कड़ी फटकार लगायी। अचानक निरीक्षण में उन्हें यह भी पता चला की अस्पताल के चिकित्सक रात्रि में चिकित्सीय आवास में निवास नहीं करते हैं, जिससे रात्रि में आकस्मिक सेवा बाधित होती है, स्वास्थ्य मंत्री ने इस पर भी नाराजगी प्रकट की। निरीक्षण के समय महानिदेशक परिवार कल्याण डॉ चिरंजी लाल भी उपस्थित थे।