देहरादून। उत्तर भारत के बदलते परिवेश में प्रशासक विषय पर सिविल सर्विसेज इंस्टीट्यूट, ओल्ड मसूरी रोड, देहरादून में एक गोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें राज्य के पूर्व व वर्तमान आईएएस तथा पीसीएस अधिकारियों ने भाग लिया। गोष्ठी का आयोजन एसपी गौड़ अवकाश प्राप्त आइएएस और पूर्व निदेशक एटीआई नैनीताल, अब निदेशक सेलाकुई अकादमी ऑफ हायर एजुकेशन ने किया। कार्यक्रम में एसपी गौड़ ने अतिथियों का स्वागत करते हुए सभी का परिचय करवाया। इस अवसर पर मुख्य सूचना आयुक्त एनएस नपचयाल, सचिव मुख्यमंत्री डॉ एसएस संधू, प्रमुख सचिव ओम प्रकाश, डॉ सुरेंद्र कुमार सलाहकार, सेलाकुई हायर एजुकेशन, डॉ अर्पणा सिंह सहित उत्तराखंड शासन के कई अधिकारी मौजूद थे।
इस अवसर पर मुख्य वक्ता सुशील चंद्र त्रिपाठी, पूर्व सचिव भारत सरकार आम जनता की परेशानियों को दूर करने के लिए नौकरशाह की भूमिका का उल्लेख करते हुए कहा कि अधिकारी यदि चाहें तो समाज की समस्याओं का समाधान करने के साथ-साथ स्वच्छ प्रशासन दे सकते हैं। उन्होंने कहा कि राजनीति तथा मीडिया के साथ समन्यवय बनाकर काम करने के अच्छे नतीजे सामने आते हैं। त्रिपाठी ने कहा कि उत्तराखंड के लोग बहुत अच्छे हैं, उनके साथ काम करने में ज्यादा दिक्कतें नहीं आनी चाहिएं। उन्होंने पहले और अब की तुलना करते हुए अपने अनेक अनुभव बांटे।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि ओम पाठक चेयरमैन गुरूकुल ट्रस्ट ने गोष्ठी को संबोधित करते हुए उत्तर भारत के बदलते परिवेश के बारे में अपने विचार प्रकट किये। उन्होंने कहा कि आज प्रशासकीय अधिकारियों के सामने कई तरह की चुनौतियां आ रही हैं, जिनका कुशलता पूर्वक सामना करना और उनसे निपटना ही कुशल प्रशासक का सबसे बड़ा गुण है। उन्होंने कहा कि चुनौतियों से घबराना नहीं चाहिए, बल्कि उन्हें दूर करने की कोशिश की जानी चाहिए। गोष्ठी को पूर्व मुख्य सचिव इंदु कुमार पांडेय ने भी संबोधित किया। परिचर्चा का मुख्य आकर्षण पूर्व एवं सेवारत अधिकारियों के बीच सवाल-जवाब तथा कुछ अनुभव एवं विचारों का आदान-प्रदान रहा। एसपी गौड़ ने विशिष्ट अतिथियों तथा अन्य अतिथियों का धन्यवाद दिया।