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नई दिल्ली। भारत के गृह सचिव आरके सिंह एक उच्च स्तरीय शिष्टमंडल के साथ इस्लामाबाद रवाना हो गए। वे भारत और पाकिस्तान के गृह सचिवों के बीच 24 और 25 मई, 2012 को होने वाली बातचीत में भाग लेंगे। आशा की जाती है कि इस यात्रा के दौरान संशोधित वीजा समझौते पर हस्ताक्षर किए जाएंगे। संशोधित समझौते में अन्य बातों के अलावा सामुहिक पर्यटक वीजे की धारणा, पहुंचने पर वीजा जारी करने और व्यापारिक वीजा की एक अलग से श्रेणी बनाना शामिल है। दोनों सचिवों के बीच पिछले दौर की बातचीत मई 2011 में नई दिल्ली में हुई थी। नई दिल्ली में जारी संयुक्त वक्तव्य की विशेष प्राथमिकताओं में आतंकवाद का सामना करने में सहयोग, मुंबई में हुए आतंकवादी हमले के भगौड़ों को कानून के सामने पेश करने में हुई प्रगति और संशोधित द्विपक्षीय वीजा समझौता शामिल हैं।
भारतीय शिष्टमंडल में खुफिया ब्यूरो के निदेशक (डीआईबी), राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के महानिदेशक और अन्य संबद्ध अधिकारी शामिल हैं। बातचीत के विस्तृत एजेंडे के अनुसार आतंकवाद, भारतीय कानून के भगौड़े, मादक पदार्थ और भारतीय मछुआरों तथा पाकिस्तानी जेलों में भारतीय नागरिक जैसे मानवीय मुद्दों पर विशेष रूप से चर्चा होगी। केंद्रीय गृह सचिव की यह यात्रा पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी की 8 अप्रैल 2012 की भारत यात्रा के संदर्भ में है, जिसमें प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान पर आतंकवाद से निपटने के लिए कड़े कदम उठाने की आवश्यकता पर बल दिया था, ताकि आपसी संबंधों में प्रगति हो सके, मुंबई हमले के आतंकवादियों को कानून की गिरफ्त में लाया जा सके और पाकिस्तान की जमीन से भारत विरोधी गतिविधियों को रोका जा सके, हमारी ये प्राथमिकताएं जारी रहेंगी।