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नई दिल्ली। जहाजरानी ने वर्ष 2011-12 के दौरान अंतर्देशीय जलमार्ग क्षेत्र में एक बड़ी उपलब्धि प्राप्त की है। इस अवधि के दौरान एनटीपीसी, भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण और जिंदल आईटीएफ लिमिटेड के बीच एक त्रिपक्षीय समझौते पर हस्ताक्षर किए गए। इस समझौते के अंतर्गत फरक्का बिजली संयंत्र के लिए निजी क्षेत्र में लगभग 650 करोड़ रूप के निवेश से आयातित कोयले का लदान करना था। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने यह जानकारी जनता के लिए रिपोर्ट 2011-12 में दी है। रिपोर्ट में कहा गया है कि वर्ष 2011-12 के दौरान सार्वजनिक-निजी भागीदारी (पीपीपी) मोड के अधीन तीन नई परियोजनाएं स्वीकृत की गईं। लगभग 7977 करोड़ रूप के निवेश से इन परियोजनाओं से लदान की अतिरिक्त क्षमता तैयार की जाएगी। रिपोर्ट के अनुसार भारतीय ध्वज के अधीन जहाजों ने 11.03 मिलियन टन माल का लदान किया जो कि 11वीं योजना के लिए 10 मिलियन ग्रॉस टन के निर्धारित लक्ष्य से भी अधिक है।