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नई दिल्ली। बिल गेट्स ने अपने दल के साथ केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री गुलाम नबी आजाद से मुलाकात की। उन्होंने प्रतिरक्षण कार्यक्रम, पेनटवेलेंट वैक्सिन, एचआईवी-एड्स, छूत और गैर-संचारी बीमारियों के बारे में बातचीत की। बिल गेट्स ने विशेष रूप से एड्स संक्रमण रोकने, पोलियो प्रबंधन, प्रजनन स्वास्थ्य प्रयासों के साथ-साथ टीबी के प्रबंधन में अर्जित की गई उपलब्धियों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि भारत में इसकी प्रगति उनकी अपेक्षाओं से कहीं अधिक है। आजाद ने एचआईवी-एड्स और पोलियो में उत्प्रेरक सहायता प्रदान करने के लिए बिल गेट्स प्रतिष्ठान को धन्यवाद दिया। वर्ष 2012 को आम प्रतिरक्षण सघन बनाने के वर्ष के रूप में घोषित किया गया है। अभी हाल में एनआरएचएम के मिशन के प्रमुख दल ने 6 और राज्यों-गुजरात, गोवा, पुद़ुचेरी, कर्नाटक, जम्मू–कश्मीर और हरियाणा में पेनटवेलेंट वैक्सिन शुरू करने की मंजूरी दे दी है। बिल और मेलिंडा गेट्स प्रतिष्ठान ने प्रतिरक्षण तकनीकी सहायता इकाई (आईटीएसयू) स्थापित करने में जो सहायता प्रदान की है वह प्रशंसनीय है।
गुलाम नबी आजाद ने कहा कि यह इकाई नई वैक्सिन तैयार करने की प्रणाली सुनिश्चित करने और कवरेज बढ़ाने में तकनीकी और प्रबंधन को सहायता प्रदान करेगी। उन्होंने कहा कि मातृ एवं बाल ट्रेकिंग प्रणाली से निचले स्तर पर प्रभावपूर्ण सेवाएं उपलब्ध कराने में मदद मिली है। सूचना और प्रौद्योगिकी की सहायता से कुशलता और प्रभावपूर्णता तथा सरकार की योजनाओं की पहुंच में वृद्धि करने के ऐसे ही कुछ प्रयास सरकार के विचाराधीन है। बिल गेट्स ने इस बात पर सहमति व्यक्त कि की उनके प्रतिष्ठान की सहायता राष्ट्रीय प्राथमिकताओं के साथ जुड़ी रहेगी।