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नई दिल्ली। केंद्रीय शिक्षा सलाहकार बोर्ड (सीएबीई) की 59वीं बैठक केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री कपिल सिब्बल की अध्यक्षता में हुई। सीएबीई शिक्षा के क्षेत्र में केंद्र और राज्य सरकारों को सलाह देने के लिए सर्वोच्च सलाहकार संकाय है। इसकी पिछली बैठक 7 जून 2011 को हुई थी। इस बैठक में पिछली बैठक के कार्यवृत और उस पर की गई कार्यवाही के नोट की पुष्टि की गई।
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री ने बैठक के दौरान पिछली सीएबीई समिति के निवर्तमान सदस्यों को उनके बहुमूल्य योगदान के लिए धन्यवाद देते हुए कहा कि वह देश के प्रत्येक बच्चे को गुणवत्ता युक्त शिक्षा का अवसर प्रदान करने के कार्य को प्रोत्साहन देने के लिए इस महत्तवपूर्ण संकाय की और देख रहे हैं। केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री कृष्णा तीरथ ने देश के शैक्षिक विकास, विशेष रूप से बालिकाओं के लिए, कपिल सिब्बल के योगदान पर उन्हें धन्यवाद दिया। उन्होंने स्कूल और उच्च शिक्षा, दोनों स्तरों पर बालिकाओं और महिलाओं की शिक्षा से संबंधित विभिन्न मुद्दों का उल्लेख भी किया।
योजना आयोग के सदस्य (शिक्षा) डॉ नरेंद्र जाधव ने इस महत्वपूर्ण फोरम में भाग लेते हुए कहा कि शिक्षा और कौशल विकास की 12वीं पंचवर्षीय योजना के प्रस्ताव पत्र में वरीयता क्षेत्र के रूप में पहचान की गई है। बारहवीं योजना में शिक्षा के क्षेत्र के विस्तृत आकार का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा की हमें शिक्षा को अधिकांश युवाओं की बढ़ती हुई अभिलाषाओं के साथ-साथ अर्थव्यवस्था और श्रम बाजार से जोड़नें की आवश्यकता है। स्कूल और उच्च शिक्षा दोनों में ही विस्तार, समानता और श्रेष्ठता के समग्र प्रस्ताव की आवश्यकता है।
केंद्रीय महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री कृष्णा तीरथ, डॉ नरेंद्र जाधव सदस्य (शिक्षा) योजना आयोग और विभिन्न राज्यों/संघ शासित राज्यों के 18 प्रभारी शिक्षा मंत्रियों ने बैठक में भाग लिया। अंशु वैश्य, सचिव, स्कूल शिक्षा एवं साक्षरता विभाग, अशोक ठाकुर, सचिव उच्च शिक्षा विभाग एवं सदस्य सचिव (सीएबीई), डॉ एमके भान सचिव, जैव प्रौद्योगिकी विभाग, डॉ टी रामासामी सचिव, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग, जाने-माने शिक्षाविदों, लेखकों, कलाकारों, भाषाविदों के अलावा विभिन्न स्वायत्तशासी संगठनों के प्रमुखों और भारत सरकार के विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों ने बैठक में सदस्यों के रूप में भाग लिया।