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रावलपिंडी। भारत और पाकिस्तान ने एक बार फिर से सियाचीन के मुद्दे पर सौहार्दपूर्ण हल निकालने के लिए एक गंभीर, टिकाऊ और परिणामोन्मुखी प्रयास करने का संकल्प दोहराया है। रावलपिंडी में रक्षा सचिव स्तर की दो दिन की वार्ताओं की समाप्ति के बाद जारी एक संयुक्त वक्तव्य में दोनों देशों के बीच सभी बकाया मुद्दों के शीघ्र समाधान के लिए दोनों देशों के नेताओं की इच्छाओं के अनुरूप सियाचीन के मुद्दे पर वार्ता जारी रखने पर सहमति व्यक्त की गई है। ये वार्ताएं सौहार्दपूर्ण और मैत्रीपूर्ण वातावरण में संपंन हुईं।
भारत-पाक के दोनों पक्षों ने इस बात को स्वीकार किया है कि वर्ष 2003 से युद्धविराम चल रहा है। भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व शशिकांत शर्मा ने किया जबकि नरगिस सेठी ने पाकिस्तानी पक्ष का नेतृत्व किया। शशिकांत शर्मा ने रक्षा मंत्री सैयद नाविद कमर से भी मुलाकात की, इस दौरान इस बात पर भी सहमति व्यक्त की गई कि सियाचीन पर अगले दौर की वार्ताएं नई दिल्ली में आयोजित की जाएंगी, जो राजनयिक माध्यम से दोनों पक्षों के लिए स्वीकार्य तिथियों पर होंगी।